लाखों के घोटाले पर पर्दा डाल रहे अधिकारी
श्रावस्ती : प्राथमिक विद्यालय गिलौला द्वितीय के ग्राम शिक्षा निधि खाते से चार लाख 14 हजार रुपये निकाल कर किए गए बंदरबाट पर अधिकारी पर्दा डालने में जुटे हुए हैं। दो दिन के अंदर तलब किया गया स्पष्टीकरण की आंच 15 दिन बाद भी नहीं दिख रही है। अधिकारी प्रधान शिक्षिका व संबंधित ग्राम प्रधान को बचाने में जुटे हैं।
विकास क्षेत्र के गिलौला में शिक्षा विभाग हमेशा सुर्खियों में रहा। यहां अनियमितताएं होती रही हैं और अधिकारी मामले को दबाते रहे। इन्हीं अनियमितताओं में से गिलौला प्राथमिक विद्यालय में भवन निर्माण के लिए कई वर्ष पहले चार लाख 29 हजार 905 रुपए ग्राम शिक्षा निधि खाते में आया था। भूमि विवाद के चलते भवन नहीं बन सका और धन खाते में जमा रह गया। इस पैसे को वापस कर देना चाहिए, लेकिन अधिकारी इसे दबाए बैठे रहे। तत्कालीन ग्राम प्रधान और प्रधान शिक्षिका ने मिलकर तीन दिसंबर को खाते से दो लाख रुपये निकाल लिए। शिकायत पर खंड शिक्षा अधिकारी ने डेढ़ लाख रुपये जमा करवाकर मामले को रफादफा करवा दिया, फिर प्रधान व प्रधान शिक्षिका ने मिलकर कई किश्तों में चार लाख 14 हजार रुपये निकाल कर बंदरबाट कर लिया। विभाग अब इस मामले में भी लीपापोती करने में जुटा हुआ है। 28 दिसंबर को दो दिन का समय देते हुए बीएसए ने प्रधान शिक्षिका से स्पष्टीकरण तलब किया था, लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी शिक्षिका ने न तो स्पष्टीकरण दिया और न ही विभाग की कोई कार्रवाई आगे बढ़ी। बताया जा रहा है कि विभाग मामले को दबाने के प्रयास में लगा है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी महेश प्रताप सिंह कहते हैं कि शिक्षिका से स्पष्टीकरण तलब किया गया था। स्पष्टीकरण नहीं दिया। अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।