शिक्षा अधिकारियों के फोन करने में फंस रहे हैं लापरवाह शिक्षक : बात कराओ हेडमास्टर पहुंचे या नहीं ।
पीलीभीत : हेडमास्टर पहुंचे? नंदकिशोर मास्साब तो आ गए होंगे न? बात कराओ। यही कुछ सवाल है। जिसके जवाब फोन कॉल के जरिए मिलने से ही शिक्षकों की हाजिरी दर्ज हो रही है। बेसिक शिक्षा निदेशालय के निर्देश के बाद बीएसए ने जिले में भी यह तरीका अपनाया है।
बेसिक शिक्षामंत्री अहमद हसन ने पूर्व में हुई बैठक में शिक्षकों की हाजिरी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। बेसिक शिक्षा निदेशालय इसको अमल में लाते हुए सभी बीएसए को अभिभावक व शिक्षक हेल्पलाइन सेवा शुरू करने के निर्देश दिए थे। साथ ही निदेशक डीबी शर्मा ने बीएसए को अपने स्तर से कोई भी नया प्रयोग शिक्षकों की हाजिरी लेने के लिए निर्देशित किया था। इधर जिले में शासन के निर्देेश पर बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा परिषदीय विद्यालयों में छापेमारी कर गैरहाजिर शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है। लेकिन अब भी तमाम शिक्षकों के स्कूल समय से न पहुंचने व गैरहाजिर रहने की शिकायतें मिल रही हैं।
जिले में बीएसए ने भी शिक्षकों के बगैर बताए गायब रहने से निपटने के लिए नायाब तरीका ढूंढ निकाला है। इस नए तरीकेे के तहत बेसिक शिक्षा अधिकारी स्कूल के हेडमास्टर, शिक्षक या रसोइये को फोन कर पहले शिक्षकों व बच्चों की संख्या पूछ रहे हैं। वहीं इसे भी जांचने के लिए मास्साब के फोन से ही बच्चों से बात कर सच्चाई का पता लगा रहे हैं। यहां इस फार्मूले ने कमाल दिखाना भी शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक सप्ताह भर के भीतर अब तक करीब एक हेडमास्टर समेत दस शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
शिक्षकों की हाजिरी को लेकर ढूंढा नया तरीका
शासन की मंशा के अनुरूप स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति शत प्रतिशत रहे, इसको लेकर बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। अब फोन कॉल के जरिए उपस्थिति चेक की जा रही है। इसमें कुछ के द्वारा गलत सूचना देने पर कार्रवाई भी की गई है।
अंबरीष कुमार यादव, बीएसए