अफसर पढ़ाएंगे और करेंगे छात्र का मूल्यांकन
रायबरेली : परिषदीय स्कूलों में घट रहे शैक्षिक स्तर को बढ़ाने के लिए शासन ने एक और फरमान जारी किया है। इसमें अफसरों को स्कूलों में निरीक्षण के साथ-साथ छात्रों को पढ़ाना भी होगा और छात्रों का मूल्याकंन कर उनकी प्रोफाइल भी तैयार करनी होगी। ताकि खामियों को दूर कर उसमें सुधार के साथ शैक्षिक स्तर को पटरी पर लाया जा सके।
जनपद में संचालित रहे परिषदीय विद्यालयों का शैक्षिक स्तर बेहद निम्न है। इसकी पोल बीएसए द्वारा किए गए निरीक्षण में कई बार सामने आ चुकी है। साथ ही ब्लाकों में तैनात शिक्षाधिकारियों द्वारा भी शैक्षिक गुणवत्ता को लेकर तेजी नहीं दिखाई जा रही है। ऐसे में शैक्षिक स्तर में सुधार करने के प्रयास से शासनादेश जारी किया गया है। जिसमें लिखा है कि परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण करने जाने वाले अफसरों को सिर्फ एमडीएम, शैक्षिक गुणवत्ता, यूनीफार्म वितरण, साफ-सफाई और शौचालय निर्माण की प्रोग्रेस नहीं देखनी होगी, बल्कि स्कूल में पंजीकृत छात्रों की क्लास में जाकर उन्हें शिक्षा का पाठ पढ़ाना होगा। इसमें खंड शिक्षाधिकारी, सह समन्वयकों (एबीआरसी), जिला समन्वयकों और एनपीआरसी को भी शामिल किया गया है। विद्यालय में पठन-पाठन के दौरान शैक्षिक मूल्यांकन करने के उद्देश्य से छात्रों का प्रोफाइल भी बनानी होगी। इससे कमजोर छात्रों के प्रति विशेष ध्यान दिया जा सके। अगर कहीं भी खामियां आती है तो लापरवाही पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रामसागर पति त्रिपाठी ने बताया कि शैक्षिक स्तर सुधारने को लेकर आदेश जारी किया गया है। आदेश का नियमानुसार पालन कराया जाएगा। ताकि विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार हो सके। बीईओ, जिला समन्वयकों, एबीआरसी और एनपीआरसी से रिपोर्ट भी मांगी जाएगी।