पदावनति के विरोध में भरी हुंकार
बिजनौर : अनुसूचित जाति एवं जनजाति के कर्मचारियों एवं शिक्षकों को पदावनत करने के विरोध में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति जन जागृति महासंघ ने बीएसए आफिस पर धरना देकर इसके विरोध में हुंकार भरी। महासंघ के पदाधिकारियों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन देकर डिमोशन आदेश के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई है।
गुरुवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि शासन-प्रशासन नियम कानूनों को ताक पर रखकर पूर्ण असंवैधानिक तरीके से पदावनति की है। दूसरी ओर बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली 1981 के आधार पर सामान्य वर्ग की पदोन्नति भी वर्ष 2012 तक की हो गई है। जब तक सामान्य वर्ग की पदोन्नति वर्ष 2012 तक की हो गई है तो संबंधित कार्यालय द्वारा किसे आधार बनाकर अनुसूचित जाति-जनजाति के शिक्षकों को पदावनत किया है। पदोन्नति में आरक्षण अनुसूचित जाति-जनजाति का संवैधानिक अधिकार है। वंचित वर्ग को नियम विरुद्ध पदावनत कर मनमाने ढंग से लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरक्षण हटेगा तो देश बंटेगा। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि पदावनति की प्रक्रिया को नहीं रोका तो संगठन द्वारा चक्का जाम, भूख हड़ताल एवं आंदोलन कर अंतिम चरण तक संघर्ष करेगा। धरने के बाद अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन बीएसए को दिया। धरने में नौबहार ¨सह, मदनपाल ¨सह, चंद्रहासन, विक्की, कौशल, अशोक कुमार, ब्रजरानी, शिवनाथ ¨सह, रामनाथ ¨सह, संजीव कुमार, कुलदीप कुमार, विरेश, माला देवी, सुनील कुमार, सविता, खेमचंद, कल्याण ¨सह, प्रमोद कुमार, ओमवती, कोमल ¨सह, संजय कुमार, सुंदर आदि शामिल रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शिवनाथ ¨सह ने तथा संचालन रामनाथ ¨सह एवं चंद्रहास ने किया।