एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़े

अटेवा अयोध्या अवकाश आंगनबाड़ी आंदोलन इलाहाबाद उत्तर प्रदेश उन्नयन उन्नाव उपस्थिति एनपीएस कन्वर्जन कास्ट कस्तूरबा कानपुर कार्यवाही कुशीनगर क्रीड़ा प्रतियोगिता गाजीपुर गोण्डा गोरखपुर चंदौली चुनाव जनपदवार खबरें जनपदीय रैली जर्जर भवन जीपीएफ जूनियर शिक्षक संघ जौनपुर ज्ञापन झांसी डायट देवरिया देहरादून नई दिल्ली नवोदय विद्यालय निपुण बैठक निरीक्षण निलम्बन नोटिस पदोन्नति परीक्षा कार्यक्रम पीलीभीत प्रतापगढ़ प्रदर्शन प्रयागराज प्रशिक्षण प्राथमिक शिक्षक संघ फर्जीवाड़ा बस्ती बायोमीट्रिक हाजिरी बेसिक क्रीड़ा प्रतियोगिता महराजगंज माता उन्मुखीकरण लखनऊ वाराणसी शाहजहांपुर शिक्षा विभाग संतकबीरनगर सिद्धार्थनगर

Search Your City

वाराणसी:सर्वशिक्षा अभियान का अस्तित्व खतरे में

0 comments

सर्वशिक्षा अभियान का अस्तित्व खतरे में

वाराणसी : सर्वशिक्षा अभियान के तहत परिषदीय स्कूलों में करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। बावजूद पठन-पाठन के गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं आ रहा है। ऐसे में सर्वशिक्षा अभियान पर के अस्तित्व खतरा मंडराने लगा है। फिलहाल सर्वशिक्षा अभियान के तहत संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों के नवीनीकरण पर रोक लगा दी गई है।

इस आशय का एक परिपत्र गत दिनों जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भी मिला। ऐसे में मार्च 2016 के बाद सर्वशिक्षा अभियान बंद होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि केंद्र सरकार इस योजना की समीक्षा करने में जुटी हुई है। समीक्षा के तहत ही गत दिनों सूबे के साक्षरता व वैकल्पिक शिक्षा के निदेशक अवध नारायण शर्मा ने वाराणसी और चंदौली के कई स्कूलों का निरीक्षण किया था। उन्होंने न केवल पठन-पाठन की गुणवत्ता जांची अपितु विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की पड़ताल की। निरीक्षण के दौरान उन्हें परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन की स्थिति उन्हें बेहद खराब मिली। कक्षा पांच के बच्चे दो का गुणा नहीं कर सके। इतना ही विद्यालय में साफ-सफाई, शौचालय, पेयजल की स्थिति भी संतोषजनक नहीं मिली। बहरहाल शासन ने वरिष्ठ अधिकारियों से 15 फरवरी रिपोर्ट मांगी है। बेसिक शिक्षा विभाग के स्थानीय अधिकारियों की माने तो समीक्षा के बाद सर्वशिक्षा अभियान के बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा। अधिकारियों का मनाना है कि यह योजना पूरी तरह नहीं बंद हो सकती है। इसके नाम व स्वरूप में फेरबदल होने की संभावना है।

जनपद में 100 करोड़

रुपये का बजट

सर्वशिक्षा अभियान के तहत जनपद में 100 करोड़ रुपये वार्षिक का बजट है। इस योजना का 90 फीसद बजट परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन पर खर्च किया जा रहा है। दस फीसद में नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकों, ड्रेस का वितरण किया जाता है।

निश्चित अवधि के लिए योजना

केंद्र सरकार ने सर्वशिक्षा अभियान एक निश्चित अवधि के लिए शुरू की थी। वर्ष 2010 के बाद लगातार इस योजना का विस्तार किया जा रहा है।

इन योजनाओं का

हो रहा संचालन

-शिक्षकों को वेतन

-नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें

-नि:शुल्क यूनिफार्म

-शौचालय व पेयजल की सुविधा

- शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम

-शिक्षण अधिगम सामग्री

- अन्य कई योजनाएं

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।