बीएसए दफ्तर के नहीं लगाने होंगे चक्कर
मैनपुरी : नए साल में शिक्षकों को अपनी समस्याओं के लिए बीएसए दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वेतन की समस्या हो या फिर कोई अन्य परेशानी। हर माह की 25 तारीख वह बीएसए दफ्तर में आकर अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं। नए साल में शिक्षकों को स्कूल में अपनी उपस्थिति भी एसएमएस के जरिए देनी होगी।
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को नई व्यवस्था की गई है। स्कूलों में हाजिरी लगाकर शिक्षक पूरा दिन बीएसए दफ्तर में काम का बहाना बनाकर बर्बाद कर देते थे। मगर साल 2016 में ऐसा नहीं चलेगा। अब कोई भी शिक्षक विद्यालय समय में बीएसए दफ्तर में घूमता मिला तो उसकी बर्खास्तगी की कार्रवाई होगी। कोई समस्या होने पर विभागीय कंट्रोल रूम में इसकी जानकारी देनी होगी।
पहले वहीं से समस्या के निस्तारण का प्रयास किया जाएगा। बात नहीं बनी तो फिर शिक्षक महीने की 25 तारीख को बीएएस दफ्तर समाधान के लिए पहुंच सकते हैं। शिक्षकों को प्रत्येक छुट्टी की सूचना भी कंट्रोल रूम को देनी होगी। जल्द ही कंट्रोल रूम का नंबर भी जारी कर दिया जाएगा। मिड डे मील व्यवस्था को लेकर भी नए निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों को दूध वितरण करने के दिन यदि विद्यालय में अवकाश रहा तो उसका वितरण अगले दिन किया जाएगा। एक जनवरी से प्रत्येक शिक्षक को अपनी हाजिरी मोबाइल पर एसएमएस के जरिए खंड शिक्षाधिकारियों को देनी होगी। हालांकि इसके प्रशिक्षण के लिए तीन दिन की छूट दी गई है। इसके बाद एसएमएस की व्यवस्था अनिवार्य की गई है।
क्या कहते हैं अधिकारी
"परिषदीय विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए कुछ नई व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। शिक्षण कार्य के प्रति लापरवाही पर शिक्षकों पर कार्रवाई होगी।
हरकेश यादव, बीएसए, मैनपुरी।