आवेदन निरस्त होने की सुन गुस्साए प्रशिक्षु शिक्षक : आरोप-उनके स्थान पर दूसरों को दे दी गई मौलिक नियुक्ति
बदायूं। छह माह का प्रशिक्षण करने के बाद विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके 12 प्रशिक्षु शिक्षकों को शायद मौलिक नियुक्ति से दो-चार होना पड़ सकता है। जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई की उनके स्थान पर दूसरे प्रशिक्षु शिक्षकों की मौलिक नियुक्ति दे दी गई है, तो उनका पारा हाई हो गया। वह सोमवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पहुंचे, सुनवाई न होने पर हंगामा किया। बाद में वह न्याय पाने के लिए डीएम के यहां भी पहुंचे। प्रदर्शनकारियों का ये भी आरोप है कि उन्हें विभागीय अधिकारियों द्वारा डराया जा रहा है। इधर, डायट प्राचार्य व बीएसए दोनों ही इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
प्रदेश में चल रही 72 हजार से अधिक प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के तहत बदायूं जिले में लगभग 14 सौ प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है। इनमें करीब 12 सौ को मौलिक नियुक्ति दी जा चुकी है। बाकी प्रशिक्षुओं को नियुक्ति दी जानी है। सोमवार को कई प्रशिक्षु शिक्षकों मौलिक नियुक्ति की मांग को लेकर पहुंचे और हंगामा करने लगे। उनका आरोप था कि उनकी जगह दूसरे प्रशिक्षुओं को मौलिक नियुक्ति दे दी गई है, जबकि वह विभिन्न ब्लाकों में प्राथमिक स्कूलों में तीन माह का शिक्षण कार्य निरंतर कर रहे हैं। उन्होंने मानदेय के बारे में ब्लाक स्तरीय अधिकारियों से कहा, तो बताया गया कि कि उनके आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। कहा कि उनका छठी और सातवीं काउंसिलिंग में चयन हुआ था, तब उनका छह माह का प्रशिक्षण शुरू हुआ। बोले, पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच हो। उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर खामोश बैठ जाने के लिए धमकाने का भी आरोप लगाया। डीएम से मिलने वालों में संगीता रानी, राधा शर्मा, रीना गुप्ता, रीता रानी, अवनीश त्रिवेदी, भावना शर्मा, केके गौतम, श्वेता मसीह थीं।
•डायट में सुनवाई न होने पर डीएम से मिलने पहुंचे प्रशिक्षु
खंड शिक्षाधिकारियों को जानकारी होती है कि उनके ब्लाक में कितने प्रशिक्षु प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मैं तो डायट में प्रशिक्षण कराता हूं। बाकी स्थिति क्या है? मुझे नहीं पता।
-राजीव दिवाकर प्राचार्य, डायट
मैं इस समय बाहर हूं। क्या मामला है, नहीं पता। जो बताया जा रहा है यदि ऐसा है, तो वह पूरे मामले की जांच कराएंगे। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वास्तविक चयन अभ्यर्थी को मौलिक नियुक्ति दी जाएगी।
-आनंद प्रकाश शर्मा, बीएसए