छह महीने में कटेगा चयन बोर्ड का वनवास : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में कोरम पूरा होने के बाद होगा संचालन
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : छह महीने बीतने को हैं। इसी के साथ माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के वनवास की मियाद भी करीब आ गई है। शासन ने पिछले माह ही सर्च कमेटी का गठन करके अध्यक्ष एवं सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है। नए अध्यक्ष व सदस्यों के तैनात होते ही कोरम पूरा होगा और चयन बोर्ड फिर चल निकलेगा। चयन बोर्ड में कई सालों से भर्ती प्रक्रिया रेंग रही है, उस पर भी अब विराम लग जाएगा।
चयन बोर्ड में इधर कामकाज ठप है। यहां के अध्यक्ष डा. सनिल कुमार की नियुक्ति को हाईकोर्ट ने पांच अक्टूबर 2015 को रद कर दिया था। उसके पहले जुलाई 2015 में यहां के तीन सदस्यों ललित श्रीवास्तव, आशालता सिंह एवं अनीता यादव के कामकाज पर हाईकोर्ट ने पाबंदी लगा दी थी। इससे यहां कोरम के अभाव में सारी प्रक्रिया जहां की तहां रुक गई। हालांकि शासन ने काफी देर से यहां कोरम संकट का एलान किया। उस समय चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी (स्नातक शिक्षक) एवं पीजीटी (प्रवक्ता) 2013 का परीक्षा परिणाम जारी हो रहे थे। कुछ परिणाम जारी भी हो चुके थे। चयन बोर्ड ने जनवरी-फरवरी 2015 में परीक्षाएं करवाई और कुछ अंतराल बाद परिणाम भी जारी करना शुरू कर दिया था। यही नहीं वर्ष 2011 की टीजीटी-पीजीटी का प्रकरण कोर्ट में लंबित होने के कारण चयन बोर्ड अब तक परीक्षा नहीं करा सका है। साथ ही प्रदेश के कई मंडलों में प्रधानाचार्यो के साक्षात्कार की प्रक्रिया भी ठप हो गई है। सरकार ने अरसे बाद मुख्य सचिव की अगुआई में सर्च कमेटी का गठन किया है, इसमें प्रदेश के आला अफसरों को रखा गया है।