बांदा : मुख्य सचिव के लिए गांव के स्कूल के क्लास रूम को टॉयलेट में बदला गया, बच्चों की क्लास कमरे के बाहर लगी
बांदा: जब उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन, बांदा के पडुई में रात गुज़ारने पहुंचे तो गांव के एक प्राथमिक स्कूल की क्लास को उनके लिए वेस्टर्न टॉयलेट बना दिया गया। रंजन, गांव में जनता का दुःख-दर्द जानने पहुंचे थे क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने अफसरों से कहा है की वे लगातार गावों में जाएं ताकि उन्हें वहां का सही अंदाज़ लग सके।
गांव के स्कूल में चीफ सेक्रेटरी के लिए एक कमरा, एक बैडरूम तो बनाया ही गया है ,साथ ही स्कूल के बरामदे को एक क्लास रूम से जोड़ दिया गया और उसकी दीवार तोड़कर उसे अटैच्ड टॉयलेट की शक्ल दे दी गई। इसके बाद इसमें गीज़र और वेस्टर्न कमोड भी लगाया गया। इस वजह से उस क्लास के बच्चों ने अगले दिन बाहर खुले में गुनगुनी धुप सेंकते हुए पढ़ाई की।
इस मामले पर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा की मुख्य सचिव आलोक रंजन का बदन भारी है और उन्हें घुटने में तकलीफ है इसलिए वह देशी तरह के टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं क्योंकि उसमें घुटनों के बल नीचे बैठना पड़ता है। चूंकि गांव में किसी घर में पश्चिमी कमोड नहीं था इसलिए उनके लिए यह इंतज़ाम करना पड़ा । यह किसी तरह की विलासिता नहीं बल्कि हर व्यक्ति की बुनियादी ज़रूरत है। बाद में मुख्य सचिव ने गांव में चौपाल लगाई और गांव वालों का दुःख-दर्द जाना।