दो प्रधानाध्यापक निलंबित
जागरण संवाददाता, वाराणसी : समय से पहले प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय (खानपुर-चिरईगांव) बंद मिलने से नाराज जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामचंद्र सिंह यादव ने सोमवार को दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने दोनों विद्यालयों में कार्यरत 11 शिक्षकों व कर्मचारियों को नोटिस देते हुए उनका वेतन भी रोक दिया है। एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण न देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
शासन परिषदीय विद्यालयों में पाठन-पाठन की गुणवत्ता को लेकर गंभीर है। इस दिशा में कई कदम भी उठाए गए हैं। अब परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन कर दी गई है। दूसरी ओर पठन-पाठन की गुणवत्ता जांचने के लिए शासन ने सूबे के वरिष्ठ अधिकारियों को निरीक्षण करने का निर्देश दिया था। इस क्रम में साक्षरता व वैकल्पिक शिक्षा निदेशक अवध नारायण शर्मा ने पिछले दिनों वाराणसी व चंदौली के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण भी किया था। इस दौरान कक्षा पांच के बच्चे दो का गुणा नहीं कर सके थे। इसी प्रकार बच्चे ¨हदी का पाठ पढ़ने में भी अटक गए। बीएसए ने इसे गंभीरता से लिया। इस क्रम में वह प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय, खानपुर निरीक्षण करने पहुंचे। दोपहर 2.50 बजे ही विद्यालयों में ताला लटका मिला। पूछताछ करने पर पता चला कि करीब बीस मिनट पहले ही शिक्षक बच्चों की छुट्टी कर घर चले गए। जबकि विद्यालय का समय तीसरे पहर तीन बजे तक का है। ऐसे में उन्होंने तत्काल दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने इस संबंघ में खंड शिक्षा अधिकारी, चिरईगांव से भी स्पष्टीकरण मांगा है।
जारी रहेगा निरीक्षण : बीएसए
शासन ने सभी बीएसए से माह में कम से कम दो विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। इस क्रम में खंड शिक्षा अधिकारियों को एक माह में छह विद्यालयों का निरीक्षण करना है। बीएसए ने कहा कि आगे भी निरीक्षण जारी रहेगा।