कांवेन्ट पर भारी यह परिषदीय स्कूल
जितेंद्र यादव
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गाजीपुर: विद्यालय से गायब रहना, मौजूद रहने पर भी बच्चों को पढ़ाने की जगह मस्ती करना और बच्चों के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं का दिवाला निकालना। कुछ यही पहचान है परिषदीय विद्यालयों की। लेकिन जिले में एक ऐसा भी परिषदीय विद्यालय है जो अपनी शैक्षिक गुणवत्ता से कांवेन्ट स्कूलों को भी मात दे रहा है। वह विद्यालय है मनिहारी ब्लाक के गौसपुर बुजुर्गा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय।
वहां के प्रधानाध्यापक जितेंद्र ¨सह ने विद्यालय का शैक्षिक माहौल ही बदल कर रख दिया है। यहां न सिर्फ नियमित कांवेन्ट स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाई होती है बल्कि हर महीने बच्चों का टेस्ट भी लिया जाता है। इसमें सफल मेधावी बच्चों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया गया। गौसपुर बुजुर्गा में एक ही परिसर में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित होते हैं।
उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक जितेंद्र ¨सह अपना पूरा ध्यान विद्यालय के शैक्षिक माहौल को ऊपर उठाने में लगा दिया है। उनकी इस अनोखी पहल से परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक स्तर के सुधार को लेकर एक उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। नियमित पढ़ाई के बाद बच्चों के शिक्षक स्तर को मापने के लिए हर महीने 15 तारीख को बच्चों का मासिक टेस्ट लिखित रूप से लिया जाता है।
इसमें कक्षा छह से आठ तक के सभी बच्चे शामिल होते हैं। इसका उनसे कोई फीस नहीं लिया जाता है। टेस्ट की उत्तर पुस्तिका की जांच कर उस पर अंक दिए जाते हैं।
पहले सूर्य नमस्कार फिर पढ़ाई
इस विद्यालय में हर काम पूरी तरह से व्यवस्थित है। पढ़ाई के साथ बच्चों को सामान्य ज्ञान, नैतिक शिक्षा और भारतीय संस्कृति के बारे में भी बताया जाता है। विद्यालय सुबह प्रार्थना से शुरू होता है। सभी शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचते हैं और सबसे पहले प्रार्थना होती है। इसके बाद बच्चे सूर्य नमस्कार करते हैं और फिर पीटी कराई जाती है। इस दौरान नियमित बच्चों से उस मिनट तक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता कराई जाती है।
हर रोज एक बच्चा कम से कम दस सामान्य ज्ञान का प्रश्न तैयार करके आता है और सभी बच्चों से पूछा जाता है। यह काम हर बच्चे को करना पड़ता है। इससे उनका सामान्य ज्ञान भी काफी बेहतर हो रहा है। इसके बाद बच्चे अपनी कक्षा में जाते हैं और हर घंटी में अलग-अलग विषय पढ़ाई जाते हैं। इसके साथ बच्चों के स्वास्थ्य का भी ध्यान दिया जाता है। नियमित पीटी और सूर्य नमस्कार कराना इसी का एक हिस्सा है। सप्ताह में दो दिन आधा समय खेलकूद कराया जाता है, जिसमें बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
गणतंत्र दिवस पर मेधावी हुए सम्मानित
मासिक टेस्ट में सफल होने वाले प्रत्येक कक्षा से तीन-तीन बच्चों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के लिए चुना गया था। इन सभी बच्चों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मेडल देकर सम्मानित किया गया। इसमें कक्षा छह में खुशबू यादव प्रथम, ममता द्वितीय व दीया तृतीय स्थान पर रहीं। वहीं कक्षा सात में शिवम प्रथम, सत्यपाल द्वितीय व पूर्णिता तृतीय स्थान पर रहीं।
कक्षा आठ में अनुज प्रथम, खुशबू द्वितीय व सोनम को तृतीय स्थान मिला। प्रधानाध्यापक जितेंद्र ¨सह बताते हैं कि वह अपने विद्यालय के शैक्षिक स्तर को इतना ऊपर ले जाना चाहते हैं कि यहां के बच्चे कांवेन्ट स्कूल के बच्चों को भी पढ़ाई के अलावा हर क्षेत्र में पीछे छोड़ दें। इसमें विद्यालय के शिक्षक रामविशाल यादव, संतोष दुबे, मालती, प्रीति श्रीवास्तव व अनिता के साथ अनुदेशक दीक्षा, पंकज दूबे व शिक्षा सहित प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापक किश्वर सुल्ताना भी इस अभियान में शामिल हैं।