शिक्षकों पर न थोपे जाएं गैर शैक्षणिक कार्य
जागरण संवाददाता, एटा: एक ओर तो सरकार गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर जोर दे रही है। वहीं दूसरी ओर इस गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की तैयारी में जुटे शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो में लगाकर शैक्षिक कार्यो को प्रभावित कर रही है। सरकार की कथनी और करनी का अंतर शिक्षकों को रास नहीं आ रहा है। रविवार को जिला पंचायत परिसर में हुई बैठक में प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने सत्रह सूत्रीय मांगपत्र तैयार किया।
जिलाध्यक्ष शशिकांत ने कहा कि सभी पदोन्नत शिक्षकों को शासन प्रशासन वेतन बढ़ोत्तरी का लाभ नहीं दे रहा है, जबकि पुरानी पेंशन व्यवस्था को हटाकर नई पेंशन व्यवस्था में सरकारी कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात कर दिया है। मृतक आश्रितों की नौकरी के रास्तों में भी अवरोध किया जा रहा है। जिला मंत्री वीरपाल ¨सह ने अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण, गैर शैक्षणिक कार्य, मकान किराया भत्ता, सामूहिक बीमा राशि के मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में शिक्षकों ने सत्रह सूत्रीय मांगपत्र तैयार किया। जिसे 30 जनवरी को धरना प्रदर्शन के माध्यम मुख्यमंत्री को भेजने का निर्णय लिया।
बैठक में अभिलाख ¨सह, नवनीत यादव, रमेश पाराशर, कुमरपाल ¨सह, उमेश दिनकर,मनोरमा, सीमा देवी, ¨रकू मिश्रा, राजीव मिश्रा, रितु गौड, दीपक, राघवेंद्र आदि शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थे।