बच्चे स्कूल में शिक्षक नदारद
गहमर (गाजीपुर) : एक ओर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बच्चों को साक्षर बनाने के लिए सब पढ़े सब बढ़े का नारा दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस मिशन में अहम किरदार निभाने वाले शिक्षक इसका खुलेआम मखौल उड़ा रहे हैं। मामला है क्षेत्र के बारा गांव स्थित इस्लामिया विद्यालय का, जहां के शिक्षक विद्यालय पर पढ़ाना तो दूर विद्यालय खोलना भी उचित नहीं समझते। रविवार को यहां बच्चे जब विद्यालय पहुंचे तो उसका गेट बंद मिला। इस दौरान कुछ ग्रामीण भी आ गए और उन्होंने बच्चों संग प्रदर्शन किया।
ऐसा नहीं की यहां अध्यापकों की कमी है। यहां दो शिक्षामित्र के साथ प्रधानाध्यापक भी तैनात हैं। "जागरण " संवाददाता जब रविवार को विद्यालय पहुंचा तो सुबह 11 बजे तक विद्यालय का गेट बंद मिला। गेट के बाहर बच्चे शिक्षकों का इंतजार कर रहे थे। इस्लामिया विद्यालय होने के कारण विद्यालय रविवार की जगह
नहीं शुक्रवार को बंद रहता है। गेट पर खड़े छात्र मुकेश, अंजनी, सुमित व उषा आदि विद्यार्थियों ने बताया की प्रधानाध्यापक व अन्य अध्यापक कभी-कभी ही पढ़ाने आते हैं। विद्यालय बंद होने की सूचना मिलने पर जिला पंचायत सदस्य जमाल खान मौके पर पहुंचे और जिलाधिकारी को स्थिति की जानकारी देते हुए कर कार्रवाई की मांग की। इस संबंध में जिलाधिकारी ड. अशोक चंद्र ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।