लखनऊ : बीएसए ने शुरू की तैयारी, बंद होंगे राजधानी के 151अमान्य विद्यालय
लखनऊ। राजधानी में बिना मान्यता के संचालित अमान्य विद्यालयों में एक बार फिर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। इनकी संख्या करीब 151 है, जिन्हें बंद कराया जाएगा। बीएसए का कहना है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार इनकेखिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इन स्कूलों को बंद कराकर यहां पढ़ने वाले बच्चों को पास के मान्यता प्राप्त स्कूल में समायोजित किया जाएगा।दरअसल, राजधानी में बहुत से ऐसे विद्यालय हैं जो बिना मान्यता लिए ही संचालित हैं। पिछले साल ऐसे ही 200 से अधिक विद्यालयों का चयन कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई थी। इसमें कुछ एक ने मान्यता के लिए आवेदन कर दिया था। बाकी शेष अमान्य विद्यालयों का संचालन जारी है। अब बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से शैक्षिक सत्र 2015-16 की शुरुआत में शहर के 208 गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों को नोटिस जारी कर बंद किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें करीब छह स्कूल बंद कर दिए गए। वहीं 50 विद्यालयों ने मान्यता के लिए आवेदन भी कर दिया। अब शेष 151 स्कूल ऐसे सामने हैं जिनका संचालन जारी है।
बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी का कहना है कि नए शैक्षिक सत्र में इन अमान्य विद्यालयों में दाखिले न हों, इसके लिए इन विद्यालयों की सूची तैयार कर ली गई है। मार्च में मान्यता के लंबित प्रकरणों पर अंतिम रूप से फैसला हो जाएगा। उसके बाद बचे हुए स्कूलों के खिलाफ कार्रवाही होगी।आरटीआई में एक लाख तक का जुर्माने का प्रावधान : शिक्षा का अधिकार अधिनियम के लागू होने के बाद बिना मान्यता लिए विद्यालय संचालन पर पूरी तरह से रोक लगाए जाने का प्रावधान है। इसके लिए प्रतिदिन 10 हजार रुपए और अधिकतम एक लाख रुपए के जुर्माने की व्यवस्था है। लेकिन अभी तक किसी भी स्कूल से यह जुर्माना वसूला नहीं जा सका।