चित्रकूट : आंगनबाड़ियों ने मांगा 18 हजार मानदेय
चित्रकूट, जागरण संवाददाता: आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने प्रदर्शन कर मांगों से संबंधित ज्ञापन सांसद के माध्यम से वित्त मंत्री को भेजा। कर्मचारियों ने विनियमितीकरण व न्यूनतम मानदेय 18 हजार रुपए करने की मांग की।
प्रदर्शन करते हुए सोमवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष ऊषा द्विवेदी ने कहा कि छह साल से कम बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और गर्भवती महिलाओं के पोषण व स्वाथ्य की जिम्मेदारी संभालने वाली महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी आर्थिक बदहाली के कगार पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मियों के परिवार समस्या से ग्रस्त हैं। महामंत्री अमृता चतुर्वेदी ने कहा कि बाल कुपोषण एवं शिशु व मातृ मृत्युदर को कम करने में आंगनबाड़ियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके बावजूद आंगनबाड़ी कर्मचारियों के हितों को अनदेखा किया जा रहा है। आरोप लगाया कि केंद्र व राज्य सरकारें समस्याओं को हल करने में दिलचस्पी नहीं ले रही हैं। वित्त मंत्री को भेजे ज्ञापन में कर्मचारियों ने कहा कि कार्यकत्री व सहायिकाओं को तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मानते हुए विनियमितीकरण व न्यूनतम मानदेय 18 हजार करने की मांग की। आशा देवी, गोमती, राजकली, केतकी, मंजू, पूनम, निर्मल, सावित्री, माया देवी, रीता पांडेय, गीता देवी, हिरिया, रेखा व मैना देवी शामिल रहीं।