हरदोई : 21 और शिक्षकों के संदिग्ध मिले अभिलेख, सभी का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी किया गया
हरदोई। जिले के परिषदीय विद्यालयों में टीईटी के संदिग्ध प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्ति पाने वालो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिले में फिर 21 टीचरों के संदिग्ध प्रमाण पत्र मिले हैं। सभी का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी किया गया है।
बताते चले कि परिषदीय विद्यालयों में वर्ष 2014 में जिले में बीटीसी/ विशिष्ट बीटीसी के तहत 315 टीचरों की नियुक्ति की गई थी। जिनके प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया जा रहा है। ऑनलाइन सत्यापन में पहले 45 टीचरों के अभिलेखों में भिन्नता पाई गई थी। जिस पर उनको वेतन रोकने के साथ नोटिस जारी किया गया था।
सोमवार को 21 और टीचरोें के टीईटी प्रमाण पत्र में भिन्नता मिली। इस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. बृजेश मिश्र ने सभी टीचरों का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा है। इनमें सांडी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय रौरा के सतीश चंद्र,हरपालपुर के रंपुरा के अशोक कुमार, टोडरपुर के पीलामहुआ केे पुष्पेंद्र, पिहानी के पीरपुर के मदन मोहन,संडीला के महमूदपुर की रीता सिंह, टड़ियावां के पहाड़पुर के ललित दत्त, हरियावां के कुल्लही की भावना कुल श्रेष्ठ, सांडी के नोनखारा के कुलदीप मिश्र, भरावन के कोरौंध के ऊधव सरन, विलास के रनवीर है।
वहीं, भरखनी के बड़ा गांव के श्याम सिंह, सांडी के पंदेवला के अरुण कुमार, बिलग्राम के कुदरौली की संगीता, कोथावां के मिश्रीपुर के राकेश कुमार, मढ़िया के जितेंद्र कुमार, मल्लावां के कोकटमऊ के श्याम सुंदर शर्मा, टड़ियावां के महुआ चाचर की पूनम कुमारी, भरावन के पकरा के प्रवेश शर्मा, पवैया के विनोद कुमार त्यागी, बावन की महरे पुर की निशा सिंह और कोथावां के कोडरी की श्रीमती सुरेखा शामिल है।
इससे पहले वर्ष 2015 की नियुक्ति प्रक्रिया में 38 फर्जी मुन्ना भाई मिले थे। जिसमें से 32 पर एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। बीएसए डा. बृजेश मिश्र ने बताया कि सभी नोटिस भेज जवाब मांगा गया है।