बुलन्दशहर : 2366 छात्र-छात्राओं ने दी विद्या ज्ञान स्कूल की प्रवेश परीक्षा
बुलंदशहर: जनपद में विद्या ज्ञान स्कूल में प्रवेश पाने के लिए 2366 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। 1702 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में भाग ही नहीं लिया। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। चारों केन्द्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हुई। दूर-दराज से आए छात्रों को हल्की परेशानी हुई।
जनपद में चार केन्द्रों पर शिवनाडर फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्या ज्ञान स्कूल की प्रवेश परीक्षा हुई। प्रवेश परीक्षा के लिए 4068 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। इसमें 2044 छात्राएं और 2024 छात्र शामिल थे। 1066 छात्राओं और 1300 छात्रों ने परीक्षा दी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10:30 से 12:30 बजे तक हुई। इसमें केवल छात्राओं ने परीक्षा दी। दूसरी पाली की परीक्षा अपराहन 2:30 से 4:30 बजे तक आयोजित हुई। इस पाली में केवल छात्र शामिल हुए। शिक्षा विभाग ने नगर क्षेत्र के राजकीय बालिका इंटर कालेज, राजकीय इंटर कालेज को परीक्षा केन्द्र बनाया था। इसके अलावा खुर्जा के जेएस इंटर कालेज एवं सिकंदराबाद के एमएस इंटर कालेज को परीक्षा केन्द्र बनाया।
विद्या ज्ञान स्कूल में प्रवेश पाने के लिए छात्र-छात्राओं की मारामारी रहती है, लेकिन प्रवेश पाने की प्रक्रिया बहुत कठिन है। यह विद्यालय अंग्रेजी माध्यम से चलता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा मिलती है। गरीब परिवार के बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में पिछले तीन वर्ष से पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को परीक्षा में शामिल किया जाता है। जो बच्चा प्रवेश परीक्षा पास करता है। उसे मुख्य प्रवेश परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाता है। उस परीक्षा को पास करने के बाद विद्याज्ञान स्कूल में प्रवेश मिलता है। बच्चों को खाने पीने से लेकर रहने, सहने, पहनने ओढ़ने तक की व्यवस्था विद्यालय करता है।
-छात्र-छात्राओं को हुई परेशानी
विद्याज्ञान स्कूल की प्रवेश परीक्षा में पहुंचने के दौरान छात्र-छात्राओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई छात्र-छात्राएं परीक्षा शुरू होने के बाद परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचे। छात्रों की समस्याओं को देखते हुए विद्यालयों ने परीक्षा कराई। परीक्षा में लेट बैठने के कारण कई छात्र-छात्रा पूरा पेपर भी नहीं कर पाए।
-कई छात्रों की उम्र अधिक होने से परेशान रहे अधिकारी
विद्या ज्ञान स्कूल की प्रवेश परीक्षा के दौरान कई छात्र-छात्राओं की उम्र अधिक लगने से अधिकारियों ने तत्काल उनके प्रपत्र मांगकर चेक किए। जांच के बाद छात्र सही पाए गए तो उन्हें परीक्षा दिलाई गई। चारों केन्द्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।