उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षा मित्र एसोसिएशन के सिनियर अधिवक्ताओं ने विपक्षी अधिवक्ताओं को दिया मात केस 24 फरवरी के केस के साथ हुआ टैग - गाजी इमाम आला और जितेन्द्र शाही ।
🌑 कोर्ट अपडेट,
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षा मित्र एसोसिएशन के सिनियर अधिवक्ताओं ने विपक्षी अधिवक्ताओं को दिया मात!
आज मा सुप्रीम कोर्ट के कोर्ट नम्बर 5 में सिरीयल नं 14 पर SLP No 1621 /2016 हिमांशु राना बनाम उ.प्र सरकार एण्ड अदर की सुनवाई लगभग 12 मिनट चली, सर्व प्रथम बिपछी अधिवक्ता के दृारा सर्व प्रथम बहस शुरू कर यू शू नोटिस जारी करने की मांग की जिसपर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र एसोसिएशन के बरिष्ठ अधिवक्ता अमित सिब्बल जी ने इसका विरोध किया तथा कोर्ट को नोटिस न जारी करने की मांग की तथा बिरोध करते हुए कोर्ट को बताया कि, इस SLP में दो आर्डर चैलेंज है, जिसमें एक आर्डर के खिलाफ मा सवोर्च्च न्यायालय ने संजीव कुमार राधव व अन्य वनाम उत्तर प्रदेश सरकार व अन्य केस की सुनवाई कर याचिका पहले ही खारिज कर रक्खी है और दूसरे में याचिका सर्वोच्च न्यायालय में याचियों के बिपरीत दाखिल व लंबित है इस पर मा न्यायमुर्ती गणों ने सुनवाई रोक कर फाइन खोल कर आर्डर का अवलोकन किया गया मा.जस्टिस चिलमेश्वर जी ने कहा चूँकि एक याचिका पहले ही खारिज है और दूसरी लंबित है तो इसे उसी बेन्च में भेजा जाय!
जिसने पूर्व में सुनवाई की है, एैसे परिस्थिति में याची गणों को कोई आशुतोष प्राप्त नहीं हुआ और न ही उनके पच्छ में नोटिस जारी हुई, और न ही SLP कर्ताओ को कोई स्थगन ही प्राप्त हो सका अत:शिक्षा मित्रो के लिए कोई दिक्कत की बात नहीं है, और समायोजन के रास्ते में भी कोई बाँधा नहीं है!
संगठन के दूसरे सिनिअर अधिवक्ता मनोज प्रसाद जी ने कोर्ट से कहा कि याची गण बी. एड डिग्री धारक हैं, हमारी दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण को चैलेंज व चुनौति देने का कोई भी कानूनी व संवैधानिक अधिकार नहीं है और न ही वह हमारे टेनिंग से प्रभावित है!
मित्रों उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र एसोसिएशन के दोनों सिनिअर अधिवक्ताओ ने बिपच्छी अधिवक्ताओ को कोर्ट में उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है! और 24,25,26 फरवरी को होने वाली सुनवाई से टैग कराने में बिपच्छी नाकाम रहे।संगठन सभी शिक्षा मित्रो व समायोजित शिक्षक भाइयों बहनो का आभार प्रकट करता है कि आप लोगों ने संगठन का सहयोग किया है! संगठन के सभी प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे!
संगठन के तरफ से बरिष्ठ अधिवक्ता अमित सिब्बल जी, बरिष्ठ अधिवक्ता मनोज प्रसाद जी के साथ साथ अजय श्रीवास्तव जी एडवोकेट, अरविंद पाण्डेय जी एडवोकेट, रबिनदर तिपाठी जी एडवोकेट, सिकन्दर इकबाल जी एडवोकेट आशीष मिश्रा जी एडवोकेट, और परिषद के नोडल अधिवक्ता अभिषेक श्रीवास्तव जी व अन्य अधिवक्ता मौजूद थे! मित्रो लिखावट में गलती जल्दी के वजह से हुआ है!
धन्यवाद ।
आप का, गाजी इमाम आला
(प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ)
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🌑 आज मान्नीय सुप्रीम कोर्ट में अपने केस की सुनवाई शुरु हुई जिसके बाद विपक्ष के वकीलों ने अपना पक्ष रखना शुरु किया और शोर मचाना शुरु कर दिया जिसके बाद हमारे वरिष्ठ अधिवक्ता श्री पी एन मिश्रा जी और समायोजित शिक्षको/शिक्षा मित्रों की ओर से अन्य वकीलों ने भी अपना पक्ष रखना शुरु कर दिया। कोर्ट के अंदर शोर शराबे का माहौल उत्पन्न हो गया जिससे बेंच कुछ खफा दिखाई दी। और केस फाइल को एक तरफ रखते हुए कहा कि ऑफिस रिपोर्ट मांगी जाएगी। और कहा कि यह केस नहीं सुना जाएगा। किसी अन्य बैंच में सुनवाई के लिए इशारा किया।
कुल मिलाकर केस किसी अन्य बैंच में सुना जाएगा। या तो जस्टिस दीपक मिश्रा जी की बेंच में या जस्टिस कलीमुल्लाह जी की बैंच में केस जाएगा। जिसकी संभावना यह अधिक हो गई है कि जस्टिस दीपक मिश्रा जी की बैंच में ही यह केस भी सुना जाए। और 24 फरवरी ही इसकी डेट लग सकती है। अभी यह स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है कि 24 फरवरी के साथ यह केस टैग हुआ है अथवा नहीं। लेकिन संभावना ज्यादा यही है कि 24 को ही ट्रेनिंग का केस भी फ्रेश केस में सुना जाएगा।
आज कोर्ट रूम में दुष्यंत गुरु जी और उनके साथी मौजूद रहे। उन्हीं के द्वारा यह सूचित किया गया है।
जय शिक्षामित्र...
आपका,
जितेंद्र शाही,
विश्वनाथ सिंह कुशवाहा,
लेखक,
सय्यद जावेद मियाँ।
📌 उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षा मित्र एसोसिएशन के सिनियर अधिवक्ताओं ने विपक्षी अधिवक्ताओं को दिया मात केस 24 फरवरी के केस के साथ हुआ टैग - गाजी इमाम आला और जितेन्द्र शाही ।
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