संतकबीर नगर : जनपद में निरक्षरता दूर करने के लिए साक्षरता कार्यक्रम संचालित है। ढाई लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए प्रभावी अभियान चला। अब शेष 40 हजार 256 को साक्षर किया जाएगा। इसमें समाजवादी पेंशन के 10 हजार 256 पात्र है। जो बीस मार्च को साक्षरता की परीक्षा देंगे।
भारत साक्षर मिशन के तहत जननद में वर्ष में दो बार परीक्षा कराकर निरक्षरों को साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। साक्षर बनकर कईयों ने अपनी ¨जदगी सुधार ली। पढ़ना-लिखना सींख कर बच्चों को शिक्षित करने में योगदान दे रहे है। अब शेष निरक्षरों को साक्षर बनाया जाएगा। वर्ष 2011 की जनगणना में चिह्नित ढाई लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने के क्रम में अब शेष निरक्षरों को प्रमुखता के आधार पर साक्षर बनाया जा रहा है। इसमें लोहिया गांव के साथ समाजवादी पेंशन के पात्र शामिल किए गए है। इसमें 30 हजार सामान्य पात्र व 10 हजार 256 समाजवादी पेंशन में चयनित निरक्षर है। शासन की मंशा के अनुरुप पेंशन पाने वाले पात्रों को साक्षरता करना है। इसके लिए ग्राम लोक शिक्षा समिति केंद्रों पर प्रेरक तन्मयता से जुटे हुए है। निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति के लिए ग्राम पंचायत वार अधिक से अधिक लोगों की उपस्थित कराई जा रहा है। प्रेरकों की असली परीक्षा 20 मार्च को होनी है। जिला लोक शिक्षा समिति सचिव डायट प्राचार्य प्रताप ¨सह बघेल के नेतृत्व में चलाएं गए अब तक करीब दो लाख लोगों को साक्षर करके प्रमाण पत्र दिया गया है।
अब पेंशन पात्रों के साथ पंद्रह वर्ष की आयु पूरी करने वाले निरक्षर को परीक्षा में बैठाकर साक्षर बनाया जाएगा। इस परीक्षा में जिनके पास कोई भी शैक्षिक प्रमाण पत्र नही है और पंद्रह वर्ष की आयु पूरी करते है वह परीक्षा पास करके साक्षरता का प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे। जिला समन्वयक विजय कुमार ने बताया कि साक्षरता परीक्षा बीस मार्च को सभी केंद्रों पर होगी। ग्राम पंचायत वार लक्ष्य तैयार किया गया है। जनपद का लक्ष्य चालीस हजार है। अधिक से अधिक लोगों को परीक्षा में बैठाने के लिए सार्थक कार्य किया जा रहा है। इसमें पेंशन पात्रों के साथ लोहिया गांव के निरक्षर प्राथमिकता के आधार पर परीक्षा में शामिल किए जाएंगे।