एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

हमीरपुर:सतत समग्र मूल्यांकन प्रणाली में होंगे महत्वपूर्ण बदलाव

0 comments

सतत समग्र मूल्यांकन प्रणाली में होंगे महत्वपूर्ण बदलाव

संवाद सहयोगी, बड़सर : सतत समग्र मूल्यांकन की प्रणाली में सुधार करने के साथ पढ़ाई-लिखाई को ही फिर से महत्व मिलेगा। सीसीई यानि सतत समग्र मूल्यांकन प्रणाली को सुधारते हुए अब प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे, जिनसे पुरानी पद्धति की खूबियां भी मूल्यांकन तंत्र का हिस्सा बन जाएंगी। अब तीन की बजाय दो बार टर्म पेपर लेने के लिए योजना का खाका तैयार किया गया है, जिसके तहत पहली व दूसरी कक्षा के लिए मौखिक प्रश्नों व छोटे-छोटे प्रोजेक्ट के लिए भी अंक रखे गए हैं, जबकि लिखित परीक्षा भी होगी।

बीआरसी विजय हीर ने बताया कि प्रस्तावित खाके में अब ग्रेड का झंझट नहीं होगा। यानि ए, बी, सी, डी व ई ग्रेड की बजाय अंक लिखने होंगे और मौखिक परीक्षा भी अंकों वाली ही होगी, जिससे मूल्यांकन सरल व प्रतिशत के अनुसार ढल जाएगा। तीसरी या चौथी कक्षा में मौखिक प्रश्नों का प्रयोग होगा और इसके बाद लिखित परीक्षा से ही मूल्यांकन होगा। हर डेढ़ माह में रचनात्मक व उसके डेढ़ माह में योगात्मक मूल्यांकन किया जाएगा। कक्षा छठी से आठवीं के लिए मूल्यांकन का ढर्रा भी इसी तरह बदलेगा। इसके तहत असाइनमेंट व प्रोजेक्ट के भी अंक के साथ लिखित परीक्षा के भी अंक लगेंगे।

इस तरह कागजों को काला करने में व्यस्त रहने की बजाय उनको कक्षा में पढ़ाने के लिए ज्यादा समय मिलेगा और बच्चों का रिपोर्ट कार्ड भी नंबरों और प्रतिशतता वाला होगा। अब कक्षा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थिति का फिर से पता चल पाएगा। इस तरह करीब आठ साल से चल रहे सीसीई के पेचीदा मूल्यांकन की बजाय सरल मूल्यांकन प्रणाली सामने आएगी। जिसको सत्र 2016-17 से लागू करने की योजना है। हीर ने इस बदलाव का पुरजोर समर्थन किया है और बच्चों के व्यक्तित्व गुणों के आधार पर असेस्मेंट में भी कुछ अंक आरक्षित करने का सुझाव दिया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।