विद्यालय बना उपले पाथने का स्थान
जलीलपुर(बिजनौर): ग्राम बेरखेड़ा स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय ग्रामीणों के लिए एक मात्र उपले पाथने का स्थान बन गया है। इतना ही नहीं स्कूल परिसर को शौचालय बना देने के कारण छात्र-छात्राएं व शिक्षक बदबू का दंश झेलकर पठन पाठन कर रहे हैं।
ब्लाक जलीलपुर के ग्राम बेरखेड़ा में बच्चों को शिक्षा देने के लिए सरकार द्वारा बनाया गया पूर्व विद्यालय आज ग्रामीणों के लिए एक मात्र उपले पाथने का स्थान बना हुआ है। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में ग्रामीण बेखौफ होकर उपले पाथने का काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं विद्यालय परिसर को शौचालय बना देने के कारण स्कूल में बढ़ने वाले बच्चे व शिक्षक परिसर में पसरी गंदगी का सामना करते हुए बदबू में रह कर पठन पाठन का कार्य कर रहे हैं। सहायक अध्यापक रेनू गुप्ता व संजीता त्यागी का कहना है कि उपले पाथने को लेकर वे कई बार ग्रामीणों से कह चुके है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। यदि वे किसी से कहते तो पाथने वाले कहते है तो हम कहां उपले पाथे। इस समस्या को लेकर ग्राम प्रधान रूमा देवी का कहना है कि उपले किसने डाल रखे है यह उनकों मालूम नहीं। देखकर उनसे उठाने को कह दिया जायेगा।