आखिरकार हटाए गए बीएसए कार्यालय से संबद्ध कनिष्ठ लिपिक
अमेठी : सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित शिक्षामित्रों से एरियर व सत्यापन के नाम पर अवैध धन उगाही के आरोपो से घिरे कनिष्ठ लिपिक को आखिरकार बीएसए ने अपने कार्यालय से हटा दिया। आरोपों की जांच के लिए बीएसए ने दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर दस दिन के अंदर जांच आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय से संबद्ध खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय अमेठी के कनिष्ठ लिपिक रवींद्र प्रताप श्रीवास्तव पर सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किए गए द्वितीय बैच के शिक्षामित्रों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन में धन उगाही का आरोप लगाया था। जिसकी खबर जागरण ने तीन फरवरी के अंक में एरियर व सत्यापन के नाम पर हो रही अवैध वसूली शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित होने के बाद लिपिक को हटाने के साथ ही अन्य मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए कार्यालय पर क्रमिक धरना शुरू कर दिया। मामले की गंभीरता देख बीएसए आनंद कुमार पांडे ने पांच फरवरी को ही आदेश जारी कर कनिष्ठ लिपिक का उनके कार्यालय में हुआ संबद्धीकरण समाप्त कर दिया। उन्हें समस्त पत्रावलियों, कागजात, पंजिका व अभिलेखों को सूचीबद्ध कर तत्काल कार्यालय की प्रधान सहायक रामकुमारी को सौंपने का आदेश दिया गया। बीएसए ने लिपिक पर लगे आरोपों की जांच के लिए खंड शिक्षाधिकारी बहादुरपुर शिवबहादुर मौर्य तथा जिला समन्वयक वैकल्पिक शिक्षा रामकुमार सिंह की दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर दस दिन के अंदर जांच आख्या साक्ष्यों के साथ उन्हें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।