जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: 15 फरवरी को होने वाली शिक्षा गृह की परीक्षा में खासी सख्ती रहेगी। विभाग नकल को रोकने के लिए परीक्षा में राजकीय इंटर कॉलेजों के शिक्षकों पर्यवेक्षक बनाने जा रहा है। इस संबंध में सोमवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी बालमुकुंद प्रसाद ने जिला विद्यालय निरीक्षक रवींद्र ¨सह से भी भेंट की।
जनपद में करीब 750 परीक्षा केंद्रों पर विभाग पर्यवेक्षक की तैनाती करने जा रहा है। एक पर्यवेक्षक के निर्देशन में दो से तीन परीक्षा केंद्र रहेंगे।
यह पर्यवेक्षक इन परीक्षा केंद्रों पर नकल की निगहबानी करेंगे। विभाग की मंशा है परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता से हों। वजह साफ है उक्त परीक्षाओं के आधार पर ही स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता के साथ में शिक्षकों की जवाबदेही भी तय होगी। यही वजह है विभाग की ओर से राजकीय स्कूलों के शिक्षकों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
वहीं सोमवार शाम को बीएसए बालमुकुंद प्रसाद ने जनपद के खंड शिक्षाधिकारियों एवं सहायक ब्लाक समन्वयकों के साथ में बैठक कर रणनीति बनाई। उन्होंने कहा परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र सोमवार को बंद लिफाफों में पहुंचेंगे। केंद्र व्यवस्थापक परीक्षाओं से एक घंटे पहले न्याय पंचायत समन्वयक से इन्हें प्राप्त करेंगे।
इस बार मूल्यांकन को लेकर भी विभाग खासा संजीदा है। विभाग ने तय किया है एक न्याय पंचायत के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं को दूसरे न्याय पंचायत के शिक्षकों से चेक कराया जाए। इसके लिए तैयारी कर ली है। उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल के ऊपर शिक्षक छात्रों के नंबर लिखकर हस्ताक्षर करेंगे, ताकि क्रास चे¨कग में जानकारी हो सके कि किस शिक्षक ने कौन सी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की है।
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कक्षा तीन से आठ तक होंगे दो-दो पेपर :
जूनियर कक्षाओं में तो पिछली परीक्षा में भी दो-दो पेपर हुए थे, लेकिन इस बार विभाग ने रणनीति बनाई है कक्षा तीन से पांच तक भी दो-दो पेपर कराए जाएंगे। पहली पाली की परीक्षा सुबह साढ़े नौ बजे से 12 बजे तक होगी। 12 बजे से एक बजे तक मध्याह्न भोजन का वितरण होगा तथा एक बजे से दूसरी पाली की परीक्षा होगी।
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'शिक्षा गृह कार्यक्रम को प्रदेश स्तर पर भी पसंद किया गया है। प्राथमिक शिक्षा की नींव मजबूत करने के लिए फीरोजाबाद से यह प्रयास शुरू हुआ है। परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता के साथ में हों, इस बात पर विशेष जोर है। परीक्षा से लेकर मूल्यांकन पर विशेष नजर रहेगी।'
-बालमुकुंद प्रसाद
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।