गाजीपुर : एक हजार में दम नहीं, छह हजार से कम नहीं
गाजीपुर : अपने हक की मांग को लेकर परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इससे पहले उन्होंने सिटी रेलवे स्टेशन से रैली निकाली और नारा 'एक हजार में दम नहीं, छह हजार से कम नहीं' लगाते हुए सरजू पांडेय पार्क पहुंची। एलान किया कि अगर उनकी मांग शीघ्र ही पूरी नहीं होती है तो वृहद रूप से आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइयां संघ फ्रंट के राष्ट्रीय महासचिव जुल्फेकार अली ने कहा कि रसोइयों की स्थिति बंधुआ मजदूर से भी बदतर हो गई है। एक तो उनका मानदेय कम है, ऊपर से वह भी समय से भुगतान नहीं होता है। इससे रसोइयां खुद भुखमरी के कगार पर पहुंच गई हैं। कहा कि सरकार द्वारा उनका हर तरह से शोषण किया जा रहा है। एक तो उनका मानदेय कम है और एमडीएम बनाने के लिए पर्याप्त राशन भी नहीं दिया जाता।
एमडीएम की गुणवत्ता के लिए सबसे ज्यादा फटकार भी उन्हीं को झेलनी पड़ती है। ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापक मिलकर रसोइयों का शोषण करते हैं। सभी रसोइयां गरीब परिवार से हैं, जिसके चलते वे इसका विरोध नहीं कर पाती हैं। प्रदेश संयोजक रमेश चंद्रा ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को गरिमापूर्ण तरीके से जीने का अधिकार है। इसके लिए रसोइयों को भी काम के अनुरूप कम से कम छह हजार रुपये मासिक मानदेय मिलना चाहिए।
अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन किया जाएगा। रामसंजीवन केवट ने कहा कि केंद्र सरकार एमडीएम को ठेकेदारी प्रथा द्वारा चलाने का षड़यंत्र रच रही है। संगठन इसका पुरजोर विरोध करेगा। इसके लिए दिल्ली में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संतोष वर्मा व संचालन साधना ने किया।