बीएड सिलेबस पर एक दिवसीय कार्यशाला, शिक्षकों को विषय का भी ज्ञान नही : कुलपति
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। बीएड सिलेबस पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को वीमेस कॉलेज मे बीएड हॉल मे हुआ। इसके समापन सत्र मे बतौर मुख्य अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आरपीपी सिंह शामिल थे। कुलपति ने अपने संबोधन मे कहा कि यह बड़ी विडंबना है कि विश्वविद्यालय के शिक्षको को विषय का भी ज्ञान नही है। यहां तक वे छात्रो को भी गलत जानकारी दे रहे है। उनके कारण ही परीक्षा मे आये प्रश्नो को भी छात्र आउट ऑफ सिलेबस करार दे रहे है। यदि शिक्षक सिलेबस को पढ़ ले तो उन्हे सब जानकारी मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नही हो पाता। इस कारण छात्र भी शिक्षको के बहकावे मे आ जाते है।
कुलपति ने कहा कि शिक्षको को सिलेबस की जानकारी हो इस कारण बीएड विभाग की ओर से इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होने बीएड शिक्षको से कहा कि छात्रो को सिलेबस व कैसे परीक्षा मे मार्क्स मिलेगे इसकी जानकारी दे। उन्होने कहा कि सभी बीएड कॉलेज एनसीटीई की शर्तो को 29 फरवरी तक अवश्य पूरा कर दे क्योकि इसके बाद केयू को बीएड कॉलेजो की मान्यता देना संभव नही। उन्होने शिक्षको से आग्रह किया वे छात्रो को समुचित ज्ञान दे, यह ज्ञान सिर्फ किताबी नही हो चाहिए। क्योकि किताबी ज्ञान तो नेट पर उपलब्ध है। इस कारण आपको समाज के सर्वागीण विकास पर आधारित ज्ञान बांटना होगा। छात्रो को नैतिक शिक्षा भी प्रदान करनी होगी, तभी आपकी पहचान बनी रहेगी। यह बड़ी विडंबना है कि आज शिक्षा के पेशे को लोग चौथे नंबर पर देख रहे है, जबकि सभी पेशो की रीढ़ यही है।
----------------------
वोकेशनल कोर्स वाले भी कर सकते है बीएड : प्रो वीसी
जमशेदपुर वीमेस कॉलेज के बीएड विभाग के हॉल मे बीएड सिलेबस पर आधारित कार्यशाला का उद्घाटन शनिवार को कोल्हान यूनिवर्सिटी की प्रोवीसी डॉ. शुक्ला मोहंती, रिसोर्स पर्सन के रूप मे उपस्थित नीलांबर पीतांबर विश्र्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार सह कोल्हान विश्र्वविद्यालय के पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ. गंगा प्रसाद सिंह, केयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. पीके पानी, सीवीसी एमए खान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। उद्घाटन सत्र मे बतौर मुख्य अतिथि केयू की प्रोवीसी डॉ. शुक्ला मोहंती ने कहा कि विश्र्वविद्यालय सिलेबस आधारित शिक्षा देने को कृत संकल्पित है। उन्होने कहा कि अब वोकेशनल के छात्र भी बीएड कर सकते है। बस उनका विषय स्कूली पाठ्यक्रम मे शामिल होना चाहिए। शिक्षको को नये सिलेबस को ध्यान मे रखकर अपनी भी पढ़ाई करनी होगी तभी उनमे प्रोफेशन क्षमता का विकास होगा।
रिसोर्स पर्सन डा. गंगा प्रसाद ने कहा कि बीएड शिक्षको को सतत मूल्यांकन पर ज्यादा ध्यान देना होगा। उन्हे ग्रेडिंग सिस्टम की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। सिलेबस के अनुसार सेमेस्टर मे कुल 17 थ्योरी तथा तीन प्रैक्टिकल होना अनिवार्य है। इसी आधार पर छात्रो को भी नंबर मिलेगा। छात्रो को स्को¨रग सिस्टम की जानकारी भी अवश्य शिक्षक दे। समापन सत्र मे कोल्हान विश्र्वविद्यालय के कुलपति ने लगभग 50 बीएड शिक्षको, कॉलेज के निदेशको को प्रमाण पत्र बांटा। मौके पर विश्र्वविद्यालय के एफओ सुधांशु कुमार, जामिनी कांत बीएड कॉलेज घाटशिला, स्वामी विवेकानंद बीएड कॉलेज घाटशिला, इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन सरायकेला के अलावा विभिन्न बीएड कॉलेज के शिक्षक व उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।
📌 बीएड सिलेबस पर एक दिवसीय कार्यशाला, शिक्षकों को विषय का भी ज्ञान नही : कुलपति
जवाब देंहटाएं👉 http://www.primarykamaster.net/2016/02/blog-post_433.html
📌 बीएड सिलेबस पर एक दिवसीय कार्यशाला, शिक्षकों को विषय का भी ज्ञान नही : कुलपति
जवाब देंहटाएं👉 http://www.primarykamaster.net/2016/02/blog-post_433.html