खंड शिक्षाधिकारियों के समक्ष रखा रिपोर्ट कार्ड
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : एक-एक ब्लाक का रिपोर्ट कार्ड निकाल कर बीएसए बालमुकुंद प्रसाद ने खंड शिक्षाधिकारियों के समक्ष रखा। छह माह में कितनी पढ़ाई हुई? यह सवाल भी उन्होंने उछाला तो जवाब भी रिपोर्ट कार्ड से बीएसए ने दिया। कई छात्रों के साथ में शिक्षकों के रिजल्ट कार्ड (शिक्षा गृह सॉफ्टवेयर से तैयार) भी उन्होंने बैठक में उठाते हुए कहा कि यह स्थिति है। आप खुद देखिए, आपके ब्लाक में कितनी पढ़ाई हो रही है। इससे कौन संतुष्ट है। प्रमाण सामने था लिहाजा बहाने बनाने का मौका भी खंड शिक्षाधिकारियों के समक्ष नहीं था।
बीएसए बालमुकुंद प्रसाद ने खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा अभी भी मौका है। शिक्षा गृह की दूसरी परीक्षा 15 फरवरी को है, आप चाहें तो स्थिति सुधर सकती है, लेकिन इसके लिए क्षेत्र में दौड़ना पड़ेगा। इस परीक्षा में सिर्फ दिसंबर तक का पाठ्यक्रम (विभाग द्वारा शिक्षा गृह के तहत हर माह का पाठ्यक्रम तय कर दिया है) ही आएगा। आप स्कूलों में जाएं। एनपीआरसी अपने कार्य एवं जिम्मेदारी को समझें। शिक्षकों के समक्ष उनके स्कूल की स्थिति को बताएं तथा दस दिन तक स्कूलों में मन लगाकर पढ़ाई करने का संदेश शिक्षकों तक पहुंचा दें। बीएसए ने कहा अगले दस दिन सिर्फ निरीक्षण ही होंगे। हम भी निरीक्षण करेंगे, आपको भी स्कूलों का निरीक्षण करना है। इस स्थिति में सुधार की जिम्मेदारी शिक्षकों की है तो हमें भी अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। कुछ बच्चों के रिपोर्ट कार्ड दिखाते हुए कहा देखिए यह स्थिति है। मई में इस छात्र की ग्रे¨डग यह थी आज यह है तो क्यों?।
एनपीआरसी स्तर पर हो रही है लापरवाही
बैठक में बीएसए बालमुकुंद प्रसाद ने कहा एनपीआरसी (न्याय पंचायत स्तर) पर लापरवाही हो रही है। विभाग से जो संदेश जाते हैं, उन्हें स्कूलों तक नहीं पहुंचाया जा रहा है। पर्यवेक्षण का कार्य है, उस कार्य को ईमानदारी से करें। बीएसए ने कहा 15 फरवरी की परीक्षा के बाद में जिसका भी रिपोर्ट कार्ड खराब होगा, उन पर कार्रवाई तय है।