टीईटी-2011: नियुक्त शिक्षकों के वेतन में नाइंसाफी
सहारनपुर :अजब-गजब नियमों से प्राथमिक शिक्षा को संचालित कर रही प्रदेश सरकार अपने ही शिक्षकों से अन्याय कर रही है। दो प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद जूनियर स्कूलों के विज्ञान-गणित शिक्षकों तथा समायोजित शिक्षा मित्रों का वेतन जारी कर दिया गया। 72 हजार की भर्ती प्रक्रिया में टीईटी-2011 से नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों को उक्त आधार पर वेतन नहीं दिया गया। माना जा रहा है कि आंखों की किरकिरी बने इन शिक्षकों से सरकार बदला लेने की तैयारी कर रही है।
प्रदेश के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने को नेतागिरी परवान चढ़ने लगी। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार की कोशिश है कि जैसे-तैसे रिक्त पदों को भरने का काम चुनाव से पहले पूरा कर लिया जाए। उर्दू शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को भी इसी के प्रतिफल के रूप में देखा जा रहा है। नियमावली में फेरबदल कर सरकार ने भर्ती को अधिकतम आयु सीमा 62 वर्ष कर दी है। सामान्य शिक्षकों के पदों में कटौती कर उन्हें उर्दू शिक्षकों के रूप में बदला गया है।
कमोवेश वेतन के मामले में भी सपा सरकार की दोहरी नीति सामने आई है। शिक्षा मित्रों से सहायक अध्यापक पदों पर समायोजित शिक्षकों के अलावा उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान-गणित शिक्षकों को वेतन जारी करने के आदेश दिए गए। खास बात यह है कि इन शिक्षकों को केवल दो प्रमाणपत्रों के सत्यापन पर वेतन जारी किया जा रहा है। इसके विपरीत टीईटी-2011 से नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों को यह रियायत नहीं दी गई। सभी प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद ही इन्हें वेतन जारी किया जा रहा है। सरकार की दोहरी नीति से इन शिक्षकों में विभाग के खिलाफ गहरा रोष है और देर-सवेर यह रोष प्रदेश सरकार के खिलाफ ज्वाला बनकर फूट सकता है। सूत्रों का दावा है कि सरकार को टीईटी से नियुक्त शिक्षक फूटी आंख नहीं सुहाते और सरकार हर पल इनसे बदला लेने की तैयारी में है। बता दें कि सरकार के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर टीईटी-2011 की मेरिट के आधार अभ्यर्थियों की प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक पदों पर नियुक्ति हो सकी है। जिले में 800 पदों के सापेक्ष 657 पदों पर नियुक्तियां हो चुकी है। 369 शिक्षकों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद इनके वेतन जारी की प्रक्रिया गतिमान है। जूनियर स्कूलों में विज्ञान-गणित के 398 पदों के सापेक्ष 80 फीसदी अधिक शिक्षक नियुक्त हो चुके है। 1605 शिक्षा मित्र व सहायक अध्यापक पदों पर समायोजित शिक्षक को हाल ही में वेतन व एरियर के 18 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
इनका कहना है.
विभागीय आदेशों के क्रम में दो प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद शिक्षा मित्रों व विज्ञान-गणित शिक्षकों को वेतन का भुगतान कराया जा रहा है। टीईटी शिक्षकों के संबंध में अभी इस बारे में कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
-बुद्धप्रिय ¨सह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।