मीरजापुर: सर्वशिक्षा अभियान और धांधली का रिश्ता टूट नहीं रहा है। अब मध्याह्न भोजन की आडिट के लिए आई टीम के नाम पर वसूली का आरोप है। चर्चा है कि चार पहिया वाहनों से घूम रही कथित पदाधिकारियों की टीम पांच सौ एक हजार रुपये तक की वसूली प्रति विद्यालय कर रही है। जो शिक्षक प्रभावशाली हैं उनसे वसूली नहीं हो पा रही है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक एमडीएम के चार वर्ष तक के खातों की जांच की जा रही है।
यहां आडिटर के साथ एक सदस्य आए हैं। टीम नारायणपुर में जांच करने के बाद अब राजगढ़ विकास खंड में घूम रही है। नाम न छापने की शर्त पर शिक्षकों ने बताया कि उनका भयादोहन किया जा रहा है। कई विद्यालयों के प्रभारी अथवा प्रधानाध्यापकों को एक ही विद्यालय पर बुलाकर उनका अभिलेख देखा जा रहा है और एमडीएम का पास बुक व अन्य पंजिका पर टिप्पणी भी की जा रही है। कई जगहों पर शिक्षकों ने आडिटर से सवाल भी किया तो उनका जवाब था कि उनको शासन से भेजा गया है और अब वह ग्राम प्रधान व पंचायतों की भी जांच करेंगे। इससे विभाग में हड़कंप मचा है। उधर बीएसए एएन ¨सह का कहना है कि जिले में किसी टीम के आने की उनको कोई जानकारी नहीं है।
पहले भी रोकी गई थी आडिट: तीन माह पहले एक आडिट टीम को बुलाकर लाखों रुपयों का वारा- न्यारा किया गया था। उस बार इतनी वसूली की गई थी कि बीएसए को एक आदेश जारी कर आडिट बंद कराना पड़। उस समय बीएसए ने इस प्रकार की वसूली पर नाराजगी जताते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। इस बार भी वहीं खेल चल रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारी आंख मूंदे हैं।