सोनभद्र : विद्यालय से गायब पांच शिक्षकों का कटा वेतन
बभनी(सोनभद्र): परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों की मनमानी व बगैर सूचना के गायब रहना महंगा पड़ गया। विद्यालयों की हकीकत जानने निकले खंड शिक्षाधिकारी शनिवार को आधा दर्जन से अधिक विद्यालयों को खंगाला। इसमें गायब रहे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बेसिक शिक्षाधिकारी को लिखा है।
खंड शिक्षाधिकारी दिलीप कुमार सुबह 9.15 पर प्राथमिक विद्यालय धनखोर पहुंचे। वहां पर गायब सहायक अध्यापक शिवधनी, इंद्रजीत, मीना गुप्ता की परिवीक्षाकाल बढ़ाने को लिखा तो वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को विद्यालीय गुणवत्ता ठीक न होने पर चेतावनी पत्र जारी किया। इसके बाद 9.30 पर प्राथमिक विद्यालय बहेरा डोल पहुंचे, जहां दो दिन से गायब सहायक अध्यापक का दो दिन का वेतन काटने व अन्य अध्यापक व शिक्षामित्र को चेतावनी जारी की। 10.30 बजे प्राथमिक विद्यालय कोगा का निरीक्षण किया, जहां गायब शिक्षक अनिल कुमार का वेतन कटौती व अन्य अध्यापक सुरेश केशरी, संतोष, संजय कुमार व उच्च प्राथमिक के शिक्षक मंगला प्रसाद तिवारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई।
इसके बाद प्राथमिक विद्यालय चौना का निरीक्षण किया गया, जहां सभी अध्यापक उपस्थित मिले लेकिन विद्यालय की शिक्षा गुणवत्ता व अन्य कमियों पर सभी को चेतावनी दी गई। दोपहर 1.10 पर प्राथमिक विद्यालय चकेलवा पहुंचे एबीएसए को सहायक अध्यापक विनोद कुमार ¨सह अनुपस्थित मिले। उनका वेतन काटने के लिए लिखा गया व अन्य अध्यापकों को चेतावनी दी गई। 1.40 पर प्राथमिक विद्यालय घघरा के निरीक्षण में सहायक अध्यापक के अनुपस्थित मिलने पर वेतन काटने व लापरवाही पर शिक्षामित्र अशोक कुमार का एक माह का वेतन रोकने की कार्रवाई की। इसके बाद परहिया टोला में सहायक अध्यापक के दो दिन से गायब मिलने पर वेतन काटने का निर्देश दिया।
खंड शिक्षाधिकारी के औचक निरीक्षण से बभनी के शिक्षकों मे हड़कंप मचा रहा। दिलीप कुमार ने बताया कि विद्यालई गुणवत्ता की जांच मे पांच शिक्षकों के वेतन काटने, तीन शिक्षकों की परिवीक्षाकाल बढ़ाने, एक शिक्षामित्र का एक माह का वेतन कटौती व दर्जनों शिक्षकों को चेतावनी पत्र जारी किया गया। शिक्षकों पर कार्रवाई के बाद पत्र बेसिक शिक्षाधिकारी को संस्तुति के लिए भेजा गया है।