जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे शिक्षक
जागरण संवाददाता, देवरिया: उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन एडीएम प्रशासन बीके गुप्ता को दिया। ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों ने केंद्र सरकार को अवगत कराया कि उनकी मांगों का निस्तारण एक माह में कराया जाए नहीं तो आगामी 26 फरवरी को जंतर-मंतर पर विशाल प्रदर्शन करेंगे।
ज्ञापन में शिक्षकों ने मांग किया है कि बुढ़ापे का सहारा पेंशन को केंद्र सरकार ने वर्ष 2003 में समाप्त कर दिया था। सरकार का यह कार्य कर्मचारियों के पारिवारिक हितों के विरूद्ध है। इसलिए पुरानी पेंशन शिक्षकों को वर्ष 2005 से पुन: प्रदान किया जाए। इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग उप्र के बेसिक शिक्षकों को सदस्य विधान परिषद के निर्वाचन में मत देने तथा चुनाव लड़ने का अधिकार समानता के आधार पर देने का कष्ट करे। अनुदेशकों के साथ बंधुआ मजदूरों जैसा व्यवहार सरकार कर रही है कार्यरत अनुदेशकों को कम से कम 20000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाय व पूर्णकालिक शिक्षक का दर्जा देते हुए समायोजित किया जाय। प्रदेश के मृतक शिक्षकों के आश्रितों को योग्यतानुसार अप्रशिक्षित शिक्षक के पद पर अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति प्रदान किया जाय। मांगों का निस्तारण न करने की स्थित में उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ प्रदेश के लाखों बेसिक शिक्षकों एवं 42000 अंशकालिक अनुदेशकों के साथ आगामी 26 फरवरी को जंतर-मंतर पर सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त करने के लिए विशाल प्रदर्शन करेगा। ज्ञापन देने वालों में संयोजक हेमा त्रिपाठी, रिजवान खान, प्रेमनारायण गौड़, वशिष्ठ नारायण चौहान, देव शरण ¨सह, शशिभूषण मिश्रा, शुभनारायण ¨सह, सन्ध्या जोशी, इन्द्रावती ¨सह, सुषमा वर्मा, अमित ¨सह, रिपूसूदन ¨सह, संतोष ¨सह, तृप्ति मिश्रा आदि शामिल रहे।