इंदरपुर (बलिया) : क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में दूध वितरण में घोर धांधली की जा रही है। सड़क के किनारे स्थित विद्यालयों को छोड़ दिया जाय तो सुदूर के विद्यालयों में दूध वितरण में काफी धांधली की जा रही है। शासनादेश के अनुसार प्रत्येक सप्ताह बुधवार को प्रति छात्र 2 सौ गाम दूध वितरण किया जाना तय है। बुधवार को जब मझौंवा ग्राम के प्रधान विद्यालय पर पहुंचे तो वहां दूध का वितरण नहीं किया गया था।
पूछने पर प्रधानाचार्य का कहना था कि दूध के बदले बच्चों को कुछ खिला दिया जाता है। इस पर प्रधान का गुस्सा फूट पड़ा तो आनन-फानन दूध मंगा कर बच्चों को पिलाया गया। कहते हैं कि विद्यालय में 20 बच्चे हैं और रजिस्ट्रर में 100 तो दूध के लिए 100 बच्चों के हिसाब से पैसा आहरित कर बंदरबांट कर लिया जाता है। उधर इस बावत खंड शिक्षाधिकारी लाल मनी कन्नौजिया का कहना है कि दूध अथवा भोजन वितरण में शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।