महराजगंज : जिले के माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर की पढ़ाई बंद होने से परेशान शिक्षकों ने बुधवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर जोरदार नारे बाजी के बीच प्रदर्शन किया। खरी-खरी सुनाई, हुंकार भरी और कहा कि अधिकार लेकर ही दम लेंगे। प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपा। शिक्षकों ने ज्ञापन में लिखा है कि विगत पांच वर्षों से राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में चार हजार कंप्यूटर शिक्षक कार्यरत थे। शासन व विभाग की मंशा के अनुसार छात्रों को कंप्यूटर की शिक्षा का ज्ञान करा रहे थे। इस कंप्यूटर शिक्षा को एक वर्ष पहले बंद कर दिया गया। इससे हजारों छात्र कंप्यूटर शिक्षा से वंचित हो गए वहीं हजारों शिक्षक भी बेकार हो गए। सरकार के इस कृत्य से कंप्यूटर शिक्षक परिवार समेत भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। किसी की भी उम्र इस लायक नहीं रह गयी है कि वे किसी और प्रतियोगी परीक्षा में भाग लें सकें। इसलिए शिक्षकों के साथ ही तराई के इस जिले के साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में हटाए गए शिक्षकों संग लाखों छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर इंटर कालेजों में कंप्यूटर की शिक्षा की व्यवस्था करायी जाए। तभी इस प्रदेश के विद्यार्थी भी इस तकनीकि युग में अपना भविष्य संवार सकेंगे और हजारों शिक्षकों का भी भला हो जाएगा। सभी शिक्षक आशापूर्ण निगाह से प्रदेश सरकार की ओर देख रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि डा. लोहिया के दिखाए मार्ग पर चलने वाली यह सरकार शिक्षकों संग छात्रों के हितों का भी ध्यान रखेगी। जिलाध्यक्ष श्रद्धानंद त्रिपाठी ने कहा कि मांगों की पूर्ति न होने पर आगामी चार मार्च को संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय के सामने व नौ मार्च से विधान सभा के सामने धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला मंत्री विमलेश पटेल, संगठन मंत्री धर्मवीर, मो. फिरोज, अभय कुमार, कृष्ण मोहन, पवन श्रीवास्तव, रमेश, विजय यादव, राहुल समेत भारी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।