Fri, 12 Feb 2016 11:18 PM (IST)
जागरण संवाददाता, एटा: शिक्षण कार्य में लापरवाही बरतने और स्कूल से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने ब्लॉक अवागढ़ और निधौलीकलां में निरीक्षण के दौरान दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया। 18 स्कूल बंद मिले और गायब रहे 38 शिक्षकों को वेतन काटा गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी एसएस यादव पहले निधौलीकलां ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बमनई पहुंचे, जहां विद्यालय समय से पहले ही बंद मिला। ग्रामीणों ने शिकायत की कि प्रधानाध्यापक मनोज कुमार अधिकतर स्कूल से गायब रहते हैं। बीएसए ने उन्हें निलंबित कर दिया और अनुपस्थित शिक्षक का वेतन काटने के निर्देश दिए। अवागढ़ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय खेड़िया सुर्जी में सहायक अध्यापक को बिना सूचना के गायब रहने पर निलंबित कर दिया। गैर हाजिर शिक्षामित्र रेखा जादौन का मानदेय काटने के निर्देश दिए। उच्च प्राथमिक विद्यालय बमनई में विद्यार्थी न मिलने पर प्रधानाध्यापक को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। प्राथमिक विद्यालय सुन्ना में शिक्षामित्र शीलेंद्र कुमार गैर हाजिर मिले। वहीं प्राथमिक विद्यालय पिलुआ द्वितीय, प्राथमिक विद्यालय पिलुआ प्रथम, उच्च प्राथमिक विद्यालय और प्राथमिक विद्यालय पुठिया में शैक्षिक स्तर सही न मिलने पर अध्यापकों को दो दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा है। वहीं प्राथमिक विद्यालय नगरिया में शिक्षामित्र अर्चना यादव के गैर हाजिर मिलने पर वेतन काटने की कार्रवाई की गई। प्राथमिक विद्यालय गर्ठुरा, प्राथमिक विद्यालय जाटवपुरा, प्राथमिक विद्यालय लहरा, उच्च प्राथमिक विद्यालय लहरा समय से पहले बंद पाए गए। बीएसए ने सभी अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन काटने के निर्देश दिए। निरीक्षण में जलेसर विकास खंड में तीन विद्यालय समय से पहले बंद पाए गए और नौ शिक्षक गैर हाजिर मिले। मारहरा में सात, शीतलपुर में तीन, सकीट में चार, अवागढ़ में 11 और निधौलीकलां में चार शिक्षक अनुपस्थित मिले। बीएसए ने सभी 38 शिक्षकों के वेतन काटने की कार्रवाई की। बीएसए एसएस यादव ने कहा कि शिक्षण कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी शिक्षकों को समय से विद्यालय पहुंचने की हिदायत दी है।
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