फीरोजाबाद : शिक्षक हुए जिम्मेदार तो बच्चों ने मांगी बी कॉपी, बीएसए ने इस छात्रा को शाबासी दी तो छात्रों को प्रेरित किया।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : परीक्षाओं के नाम पर मजाक के लिए पहचानी जाने वाली बेसिक शिक्षा की परीक्षाओं में सोमवार को अलग ही नजारा नजर आया। कई दिनों से विभागीय तैयारियों का असर कहें या फिर परीक्षाओं के दूसरे स्थान पर मूल्यांकन की रणनीति। शिक्षकों ने स्कूलों में पढ़ाया तो बच्चे भी कॉपियों पर कलम चलाते हुए नजर आए। कई स्कूलों में तो परीक्षा के नजारों को देख अफसरों के चेहरों पर मुस्कान तैर गई। कहां बेसिक की परीक्षाओं में छात्र कॉपी के निकले हुए दो पन्नों को भी तीन घंटे में नहीं भर पाते थे, वहां प्राइमरी के छात्र सोमवार को शिक्षाग्रह परीक्षा में बी कॉपी मांगते हुए नजर आए।
टूंडला के प्राथमिक स्कूल जारखी में पहुंचे जिला बेसिक शिक्षाधिकारी बालमुकुंद प्रसाद के सामने ही एक छात्रा ने बी कॉपी मांगी तो बीएसए खुद उस छात्रा की सीट पर पहुंच कर उसकी उत्तर पुस्तिका देखने लगे, उसमें सवालों के हल मिले। इस पर बीएसए ने इस छात्रा को शाबासी दी तो छात्रों को प्रेरित किया। प्राथमिक स्कूल बैजुआ खास अरांव के मैदान में परीक्षार्थियों को बैठाकर परीक्षाएं दिलवाई गई। परीक्षार्थियों को दूर-दूर बैठाया गया था। कमर बैजुआ स्कूल में भी परीक्षाओं में खासी सख्ती नजर आई। नगर क्षेत्र के स्कूलों में छात्र पंजीकरण भी कम थे, लेकिन इसके बाद भी यहां पर स्कूलों में शिक्षाग्रह परीक्षाओं में सख्ती नजर आई। आर्य नगर व करबला स्कूल में बच्चे सवालों का हल करते हुए नजर आए। नगर क्षेत्र के कुछ स्कूलों में उपस्थिति कुछ कम रही। लेबर कॉलोनी स्कूल में बच्चों को दूर बैठाकर परीक्षा कराई गई, लेकिन यहां पर उपस्थिति कुछ कम रही। इस परीक्षा केंद्र पर लेबर कॉलोनी बालक, कन्या तथा प्राथमिक स्कूल कटरा पठानान स्कूल के छात्रों ने परीक्षा दी।
जिलाधिकारी निधि केसरवानी द्वारा परीक्षाओं के पर्यवेक्षण के लिए 146 अफसरों की ड्यूटी लगाई गई थी तो शिक्षाधिकारियों सहित 20 राजकीय स्कूलों के शिक्षक भी स्कूलों में निरीक्षण करने पहुंचे। सुबह से ही अफसर परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करते नजर आए। इसका भी असर परीक्षाओं में दिखा। अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर शिक्षक परीक्षाओं को लेकर संजीदा नजर आए। शिक्षाग्रह परीक्षा दो पालियों में संपन्न हुई। सुबह की पाली साढे नौ से 12 बजे तक तथा दूसरी पाली की परीक्षा एक बजे से साढ़े तीन बजे तक संपन्न हुई। नारखी एवं टूंडला में भी सख्ती के बीच परीक्षाएं संपन्न हुई।
कुछ परीक्षा केंद्रों पर मिले लापरवाही के हालात :
कुछ परीक्षा केंद्रों पर लापरवाही के भी हालात मिले। गढ़ी निर्भय स्कूल में शिक्षक अपने कागजी कार्य में व्यस्त थे तो बच्चे पेपर दे रहे थे। कहीं पर भी अनुशासन की स्थिति नजर नहीं आई। इस स्थिति को बीएसए ने भी पकड़ा तथा गढ़ी निर्भय के स्कूल के शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया है। वहीं जूनियर हाईस्कूल अरांव में भी कुछ यही स्थिति नजर आई। इस स्कूल के शिक्षकों से भी स्पष्टीकरण तलब किया जा रहा है।
अफसरों की रिपोर्ट पर तलब किए शिक्षक :
पर्यवेक्षण के लिए पहुंचने वाले अफसरों की रिपोर्ट पर कुछ स्कूलों के शिक्षकों को सोमवार की शाम ही शिक्षाधिकारियों ने तबल कर लिया। मदनपुर में जहांगीरपुर में सवा तीन बजे, नगला रामकुआं के भी तीन बजे बंद मिलने की खबर आई थी। इस पर बीएसए ने शिक्षकों से जब जवाब तलब किया। शाम को शिक्षकों ने दफ्तर पहुंच कर स्कूल में परीक्षा का प्रमाण देते हुए बताया कि उन्होंने गलती से एक बजे की जगह 12 बजे ही दूसरी पाली की परीक्षा शुरू करा दी थी। इन सभी शिक्षकों को चेतावनी दी गई।