अमेठी : बेसिक स्कूलों में बर्तन खरीदने के लिए मिले 32 लाख, विद्यालयों में टूटे या चोरी बर्तनों की सूची जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी गयी
गौरीगंज : बेसिक स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के संचालन में अब बर्तन की समस्या नहीं होगी। शासन ने बर्तन की समस्या को दूर करते हुए महकमे को 32 लाख 40 हजार रूपये की धनराशि अवमुक्त कर दी है। इस धन से जल्द ही बर्तन विहीन विद्यालयों को बर्तन उपलब्ध कराया जाएगा। बताना मुनासिब होगा कि प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आए दिन चोरी की घटनाएं होती रहती हैं। चोरी की घटना में विद्यालय में रखे अनाज के साथ-साथ बर्तन भी चोरी हो जाता था। जिसके चलते मध्यान्ह भोजन संचालन में अवरोध उत्पन्न होता था और विद्यालय में अध्ययनरत बच्चे मध्यान्ह भोजन से वंचित रह जाते थे। तो वहीं शिक्षकों को मध्यान्ह भोजन के संचालन हेतु बर्तन की व्यवस्था के लिए इधर उधर भटकना पड़ता था। लेकिन अब शिक्षकों को बर्तन के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। शासन ने जिले के परिषदीय स्कूलों में बर्तन खरीदने के लिए 32 लाख 40 हजार रूपये की धनराशि अवमुक्त कर दी है। यह धनराशि जिले के 648 विद्यालयों में बांटी जाएगी। ऐसे में प्रत्येक विद्यालय के हिस्से में पांच हजार रूपये आयेंगे। बीएसए आनंद कुमार पांडे ने बताया कि ऐसे विद्यालय जहां बर्तन का अभाव है वहां की सूची मांगी गई है। सूची मिलने पर बर्तन का पैसा भेज दिया जाएगा।
रसोइयों के मानदेय को मिले 80 लाख
मध्यान्ह भोजन बनाने वाली रसोईयों का भी मानदेय शासन ने विभाग को भेज दिया है। जिला समन्वयक एमडीएम अरुण त्रिपाठी की माने तो शासन से रसोइयों के मानदेय के लिए 80 लाख 44 हजार रूपये मिले हैं। उन्होंने बताया कि रसोईयों को जल्द ही मानदेय भेज दिया जाएगा।
उधार के बर्तन में बन रहा मध्यान्ह भोजन
जगदीशपुर : विकास खंड के कई विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन के लिए जर्जर बर्तनों व उधार के बर्तनों का सहारा लेना पड़ता है।
कमरौली व रामपुर नौड़ाद सहित कई विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए बर्तन टूट चुके हैं। जिससे उधार के बर्तन के सहारे भोजन बनाने का कार्य निपटाया जा रहा है। इसी प्रकार पूरे अम्बर, हरपालपुर, कैमा, सियारबासा, मगरौरा आदि विद्यालयों के बर्तन काफी जर्जर हो चुके हैं। जैसे- तैसे एमडीएम का कार्य निपटाया जा रहा है। ब्लाक के15 प्राथमिक विद्यालयों के बर्तन जर्जर व टूटे हैं। जबकि 5 विद्यालय के बर्तन चोरी हो चुके हैं। वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय की बात करें तो 10 के बर्तन टूटे हैं जबकि 2 विद्यालय के बर्तन चोरी हो चुके हैं। इस संबंध मे खंड शिक्षा अधिकारी डा. सत्य प्रकाश यादव का कहना है कि विद्यालयों में टूटे या चोरी बर्तनों की सूची जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी गयी है।