लखनऊ : स्कूलों ने किया बायोमेट्रिक उपस्थिति का विरोध, डीआइओएस ने अपना प्रस्ताव तुरंत वापस ले लिया।
लखनऊ । राजधानी के माध्यमिक स्कूलों में एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए शैक्षिक सत्र की तैयारियों को लेकर मंगलवार को शिया इंटर कॉलेज में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें प्रोजेक्टर के माध्यम से नए सत्र की कार्ययोजना प्रस्तुत कर रहे डीआइओएस उमेश त्रिपाठी ने जैसे ही सरकारी स्कूलों में बॉयोमीटिक उपस्थिति का प्रस्ताव रखा, उसका मुखर विरोध शुरू हो गया।
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री व प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्र ने कहा कि हम अंगूठा छाप नहीं बनेंगे। शिक्षक व कर्मचारी किसी भी कीमत पर बायोमीटिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवाएंगे ।
डीआइओएस ने अपना प्रस्ताव तुरंत वापस ले लिया। इसके बाद सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं करवाने को लेकर डीआइओएस की प्रशंसा शुरू हो गई।
डीआइओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने यहां पर उपलब्ध संसाधनों के अनुसार दाखिला लें। खेलकूद पर भी पूरा ध्यान दें और प्रार्थना सभा का हर हाल में आयोजन करें। उन्होंने विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति योजना के फॉर्म उपलब्ध करवाने, इंस्पायर अवार्ड व अन्य योजनाओं के आवेदन फॉर्म भरवाने पर स्कूलों को जोर देने की सलाह दी। फिलहाल स्काउट गाइड की गतिविधियां भी तेज होंगी।