प्रतापगढ़ : वार्डेन-शिक्षिकाओं की रार में छात्रओं की पढ़ाई चौपट, अंदर चल रही टकराहट निकल कर सामने आ गई तो अभिभावक भी लाडलियों के भविष्य को लेकर हो गये चिंतित
प्रतापगढ़ : वार्डेन शिक्षिकाओं की रार में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बाबागंज की छात्रओं की पढ़ाई चौपट हो रही है। अंदर चल रही टकराहट निकल कर सामने आ गई तो अभिभावक भी लाडलियों के भविष्य को लेकर चिंतित हो गए हैं।बाबागंज ब्लाक के बहोरिकपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में इन दिनों जो कुछ चल रहा है, शिक्षा के मंदिर में इसकी कल्पना तक नहीं की जा सकती। 100 छात्रओं को शिक्षा के साथ संस्कार देने के लिए ही स्कूल में रोका जाता है, ताकि उनकी दिनचर्या को मन मुताबिक ढाला जा सके। लेकिन वहां तो संस्कार देने को कौन कहे, छात्रएं तो वार्डेन और शिक्षिकाओं में चल रही लड़ाई रूबरू हो रही है।
कुछ दिनों पहले छात्रओं ने रात लगभग नौ बजे यह आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया कि वार्डेन ने उनकी पिटाई की है। यही नहीं आए दिन उन्हें मारती पीटती रहती है। मामला बढ़ते देख बीएसए को प्रकरण से अवगत कराया गया। मामला गंभीर था, इसलिए बीएसए रात में ही टीम के साथ स्कूल पहुंच गए। पुलिस को भी बुला लिया गया। छात्रओं से पूछताछ की गई। वार्डेन निशा सिंह भले ही शिक्षिका अनामिका सिंह, प्रीती पर यह आरोप लगा रही हैं कि उनके उकसाने पर छात्रओं ने नारेबाजी की है। जबकि शिक्षिका अनामिका सिंह, प्रीती वार्डेन पर ही उत्पीड़न का आरोप लगा रही है।
वार्डेन और शिक्षिकाओं के आरोप में कितनी सच्चाई है, यह तो डिप्टी बीएसए की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट में सामने आएगी। लेकिन यहां एक बात तो तय है कि वार्डेन और शिक्षिकाओं की खींचतान में छात्रओं की पढ़ाई चौपट हो रही है। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा राकेश तिवारी ने बताया कि मामले की जांच अभी चल रही है।