आगरा : नए सत्र में पुरानी किताबों से होगी पढ़ाई,छात्रों के साथ मजाक -राजेंद्र सिंह राठौर, जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ।
जागरण संवाददाता, आगरा: परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू हो होगा, मगर बच्चों को पुरानी किताबों से पढ़ाई करनी होगी। अभी तक छपाई न होने के कारण बच्चों को पुरानी किताबें दी जाएंगी।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को निश्शुल्क किताबें दी जाती हैं। पिछली साल शासन ने कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर शैक्षिक सत्र अप्रैल से कर दिया था। जबकि शासन व्यवस्था नहीं कर सका। पिछले साल सत्र अप्रैल से शुरू हो गया था, लेकिन बच्चों के हाथ में अगस्त में किताब आ पाई थीं। इस साल भी कुछ ऐसा ही होगा। सभी विद्यालयों में बच्चों से पुरानी किताबें वापस लेने के निर्देश दिए गए हैं।जब नई किताब छप कर आएंगी तक उन्हें बदल दिया जाएगा।
जुलाई के बाद ही मिल पाएंगी किताब
छात्रों को नई पुस्तक लेने के लिए जुलाई तक का इंतजार करना पडे़गा क्योंकि शासन ने मार्च में पुस्तक नीति जारी की है। अब इसके बाद टेंडर जारी होंगे और फिर छपाई होगी। इसके पुस्तक निरीक्षण में भी समय लगेगा। इस पूरी प्रक्रिया में चार से पांच महीने लग जाएंगे।
छात्रों के साथ मजाक
शासन ने कान्वेंट स्कूलों की नकल करके सत्र तो बदल दिया, लेकिन उनके जैसी व्यवस्था नहीं कर पाए। ये तो छात्रों के साथ मजाक है कि पढ़ाई अप्रैल में शुरू हो और उन्हें किताबें चार महीने बाद मिले।
-राजेंद्र सिंह राठौर, जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ।