कुशीनगर : परिषदीय विद्यालयों में नक़ल विहीन परीक्षा कराने का मामला, उड़ाका दल और सेक्टर मजिस्ट्रेट की हुयी तैनाती
कुशीनगर : यू0पी0 बोर्ड की परीक्षाओं में नक़ल माफियाओं पर नकेल लगाने में असफल होने पर शासन ने परिषदीय विद्यालयों में शुरू होनेवाली परीक्षाओं में नक़ल रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किये हैं. जिलाधिकारी ने शासन के निर्देश पर सचल दल और सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिए हैं. परिषदीय विद्यालयों में अध्ययन करनेवाले मासूमों पर लगाये गए इस निगाहबीनी व्यवस्था से जहाँ बच्चे सहमे हुए हैं वही अभिभावक और शिक्षक दहशत में हैं...
परिषदीय परीक्षाओं में वार्षिक परीक्षा/मूल्यांकन व्यवस्था समाप्त कर देने और फेल न करने की नीति से उपजी अव्यवस्था ने परिषदीय विद्यालयों को दयनीय बना दिया. ध्यान देने वाली बात यह है कि इन विद्यालयों में ज्यादातर BPL श्रेणी के बच्चे ही पढ़ते हैं. जहाँ एक ओर CAG रिपोर्ट में MDM की खराब स्थिति से विद्यालयों में बच्चों की संख्या में गिरावट की बात कही गयी है वहीँ प्रदेश में बच्चों को दूध और फल देने की माननीय मुख्यमंत्री की प्रमुख योजना के चलते बुधवार को शिक्षक दूध की व्यवस्था में चिंतित रहते हैं. MDM में जिम्मेदारी चाहे जिसकी हो लेकिन किसी भी दुर्व्यवस्था में शिक्षक को सूली पर टांग दिया जाता है...
प्रदेश में बड़ी संख्या में गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालित हैं जिनमे गुणवत्ता भले ही न हो लेकिन छात्र संख्या के मामले में यह काफी तरक्की पर हैं.. गाँव-देहात में शिक्षा के महत्व को पहचानने वाले अभिभावक अपने बच्चों को इन्ही विद्यालयों में नामांकित करा रहे हैं.
परिषदीय विद्यालयों में हो रहे नवाचार से आनेवाले समय में शिक्षक तो होंगे लेकिन इनमे बच्चे नाममात्र ही होंगे..
फिलहाल गठित उड़ाका दल ने तो नींद उड़ा ही दी है.. बाकी सब ठीक-ठाक है...
आभार : सुनील सरार जी
📌 कुशीनगर : परिषदीय विद्यालयों में नक़ल विहीन परीक्षा कराने का मामला, उड़ाका दल और सेक्टर मजिस्ट्रेट की हुयी तैनाती
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