लखीमपुर खीरी : एबीआरसी ने लगाया मारपीट व कार्य में बाधा उत्पन्न करने व गुंडों से पिटवाने का आरोप, मारपीट केमामले में तीन दर्जन से अधिक शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज धरना-प्रदर्शन के दौरान हुआ था बवाल
डेली न्यूज़ नेटवर्कपलियाकलां-खीरी। शिक्षकों और एबीआरसी के बीच हुई झड़प, मारपीट और कथित पत्थरबाजी के मामले में दोनों पक्षों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस घटना के बाद से दोनों पक्षों में गर्माहट पैदा हो गई है। शिक्षको का कहना है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे जब उन पर हमला बोला गया। जबकि एबीआरसी ने मारपीट व कार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया है।
गौरतलब हो कि बीईओ भरत कुमार वर्मा की कार्यप्रणाली के विरोध में और अपनी मांगों को लेकर बेसिक शिक्षा के अध्यापकों ने धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया था। शिक्षकों ने सोमवार को तहसील में प्रदर्शन करने के बाद तहसीलदार को ज्ञापन दिया गया था वहीं मंगलवार को शिक्षकों ने जुलूस निकाला कर नारे लगाए थे। देर शाम सभी ने बीआरसी पहुंच कर धरना शुरू किया जहां विवाद की स्थिति पैदा हो गई। शिक्षकों का आरोप था की उनके ऊपर हमला किया गया एवं उन्हें दौड़ाकर पीटा भी गया। जबकि एबीआरसी ने आरोप लगाया की जब वे अकेले अपने दफ्तर में काम कर रहे थे तभी शिक्षकों की भीड़ वहां पहुंची और मारपीट शुरू कर दी । इसमें एबीआरसी अरुण कुमार को चोट भी आई। पुलिस ने एक पक्ष से भरत कुमार वर्मा, अरूण कुमार, परमानंद समेत दो दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 147, 323, 336, 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
जबकि एबीआरसी अरूण कुमार की तहरीर के आधार पर संतोष कुमार प्रधानाध्यापक बबौरा, पंकज सिंह, प्रधानाध्यापक मसानखंभ, रामदुलारे सहायक अध्यापक मिर्चिया, उमाशंकर सहायक अध्यापक बसही, संजय गुप्ता प्रधानाध्यापक, अनिल कुमार सहायक अध्यापक पलिया कलां, आकाश सिंह, नारेंद्र सिंह सहायक अध्यापक बनकटी, विजय मौर्या समेत तीन दर्जन से अधिक के खिलाफ धारा 147, 332,353, 505 और 506 के तहत मुकदमा लिखा गया है।
तहरीर में कहा गया है कि उन्हें आफिस में अकेला पाकर बेवजह मारापीटा गया, शिक्षकों द्वारा जमा किए गए महत्वपूर्ण अभिलेख भी फाड़ दिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी वार्षिक परीक्षा और शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। पीड़ित ने जान माल का खतरा भी व्यक्त किया है। पुलिस ने घायल का मेडिकल कराया, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
इस मामले में कोतवाल केपी सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर पर क्रास रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, अगर जरूरत पड़ी तो विवाद करने वालों को पाबंद भी किया जाएगा, पुलिस बराबर स्थिति पर नजर रखे हुए है।