अलीगढ़ । चार फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर के आदेश
अलीगढ़। देश के भविष्य को उज्जवल बनाने वाले पेशे में अंधकार की छाया हटने का नाम नहीं ले रही है। पिछले साल आठ शिक्षकों के दस्तावेजों में कमी के बाद अब फिर दस्तावेजों की जांच में चार शिक्षकों का फर्जीवाड़ा सामने आया। गलत दस्तावेजों से हाथरस, अलीगढ़ और कासगंज में नौकरी कर रहे चारों शिक्षकों के खिलाफ जेडी ने तत्काल ही डीआईओएस को एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही संदेह के दायरे में आए चार अन्य शिक्षकों को भी नोटिस भेजा गया है।
पिछले साल जिले में शिक्षकों की भर्तियों के दौरान आठ शिक्षकों के दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली थी। जिनकी जांच के बाद उनको नोटिस दिया गया और उनके खिलाफ कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए थे। हालांकि अभी एक साल भी नहीं बीते कि एलटी ग्रेड में हुई भर्तियों के दस्तावेजों के सत्यापन में एक और बड़ा खुलासा हो गया। हिमांचल प्रदेश की सोलन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने का दावा करने वाले चार लोगों ने गलत दस्तावेजों से नौकरी भी हासिल कर ली और अपना काम भी शुरू कर दिया।
दस्तावेजों की जांच में गड़बड़ी मिलने पर जेडी अजय कुमार द्विवेदी ने पहले तो चारों शिक्षकों का वेतन रोक दिया और नोटिस भेज जवाब मांगा। जिस पर संतुष्टि पूर्ण जवाब न मिलने पर उन्होंने चारों शिक्षकों के खिलाफ डीआईओएस को एफआईआर के लिए लिख दिया है। शिक्षकों में एक हरेन्द्र जाट और तेज प्रताप अलीगढ़ के राजकीय विद्यालय, हरि मोहन कासगंज के राजकीय विद्यालय और रविन्द्र कुमार सिंह हाथरस के राजकीय विद्यालय में तैनात हैं। वहीं दूसरी ओर एलटी ग्रेड 2014 की भर्तियों के दौरान चार अन्य शिक्षकों के भी दस्तावेजों में कमियां सामने आ रही हैं। संदेह के आधार पर जेडी ने चारों शिक्षकों शांतनु, धीरज, अभयनंद यादव और अनुराग द्विवेदी को नोटिस जारी कर दया है। जवाब आने के बाद ही किसी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।
वर्जन-
-शिक्षकों की भर्तियों के बाद उनके दस्तावेजों की जांच में गड़बड़ी मिली। जिस पर उन्हें नोटिस जारी किया गया। लेकिन किसी ने भी संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं दिया। जांच के बाद उनके दस्तावेज फर्जी मिले। जिस पर डीआईओएस को उनके खिलाफ एफआईआर कराने को कह दिया गया है। अभी चार शिक्षक और सामने आए हैं। जिसके दस्तावेजों पर फर्जी होने का शक है। उन्हें भी नोटिस जारी कर दिया गया है।
-अजय कुमार द्विवेदी, संयुक्त शिक्षा निदेशक