बेसिक स्कूल में मूल्यांकन की प्रक्रिया तय : प्रश्नपत्र डायट प्राचार्य के निर्देशन में बनवाए जाएंगे और सील कर सुरक्षित रखे जाएंगे, परीक्षा के दो दिन पहले एबीएसए को सील्ड लिफाफे पहुँचाए जाएंगे।
झाँसी : बेसिक शिक्षा परिषद ने इस बार बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर बेसिक स्कूल्स की परीक्षाओं व मूल्यांकन की प्रक्रिया तय कर दी है। परीक्षा केन्द्र बदलने के अलावा अन्य सारी प्रक्रिया बोर्ड परीक्षा की तरह रहेंगी।
बेसिक स्कूल्स में कक्षा एक की परीक्षा पूरी तरह मौखिक होगी, जबकि कक्षा 2 व 3 में 50 फीसदी मौखिक व 50 फीसदी लिखित तथा कक्षा 4 व 5 में 70 फीसदी लिखित व 30 फीसदी मौखिक प्रश्नपत्र होंगे। उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 6, 7 व 8 में केवल लिखित परीक्षा ही होगी। इस बार प्रश्नपत्र डायट प्राचार्य के निर्देशन में बनवाए जाएंगे और सील कर सुरक्षित रखे जाएंगे। परीक्षा के दो दिन पहले एबीएसए को सील्ड लिफाफे पहुँचाए जाएंगे। न्याय संसाधन केन्द्र से उसी दिन प्रश्नपत्र स्कूल में पहुँचाएंगे। परीक्षा के दौरान उड़नदस्ते निरीक्षण करेंगे और मूल्यांकन दूसरे विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा कराया जाएगा।
प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिकाओं के लिए मिलेगा पैसा
शासन ने स्कूल के प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिका के लिए धनराशि आवण्टित की है। इसके तहत प्राथमिक विद्यालयों की कक्षाओं में प्रति छात्र पर 2.50 रुपए प्रश्नपत्र तथा 7.50 रुपए उत्तर पुस्तिका तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में 5 रुपए प्रश्नपत्र व 15 रुपए उत्तर पुस्तिका पर खर्च किए जाएंगे। उत्तर पुस्तिका की ख़्ारीद विद्यालय प्रबन्ध समिति द्वारा की जाएगी।
महिला दिवस पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मेला 8 को
0 चयनित विद्यालयों को मिलेगा 5-5 ह़जार रुपए
0 जनपद में 100 विद्यालयों का होना है चयन
झाँसी : अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को जिला स्तरीय बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मेला आयोजित किया जाएगा। इस मेले में अच्छा कार्य करने वाले विद्यालयों को पुरस्कृत किया जाएगा। इन विद्यालयों में नगर क्षेत्र के 4 व ग्रामीण क्षेत्र के 96 विद्यालयों को चुना जाना है। इन विद्यालयों को 5-5 ह़जार रुपए दिए जाएंगे। इन विद्यालयों का चयन छात्राओं की संख्या व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना में अच्छा कार्य करने के आधार पर किया जाएगा। चयनित विद्यालयों को मिलने वाली धनराशि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाने में लगाया जाएगा।
निर्मल विद्यालय होंगे चयनित
स्वच्छ विद्यालय व बाल स्वच्छता मिशन में अच्छा कार्य करने वाले विद्यालयों का चयन 'निर्मल विद्यालय' के रूप में किया जाएगा। बाल स्वच्छता मिशन के तहत कार्य करने वाले विद्यालयों में स्वच्छता को लेकर किए गए कार्यो के आधार पर निर्मल विद्यालय का चयन किया जाएगा। चयनित विद्यालयों को आधारभूत ढाँचा विकसित करने व स्वच्छता मिशन को आगे बढ़ाने के लिए धनराशि दी जाएगी।