जागरण संवाददाता, वाराणसी : सूबे में एक साथ परिषदीय विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा सोमवार से शुरू हुई। खास यह है कि इस वर्ष बच्चों को ब्लैक बोर्ड से सवाल नहीं उतारने पड़े। कुछ ऐसा दिखा परिषदीय स्कूलों में परीक्षा का माहौल दिखा।
यूपी बोर्ड के तर्ज पर इस वर्ष सभी बच्चों को मुद्रित प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई गई थी। हालांकि बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्र के कई विद्यालयों में आधा घंटा विलंब से परीक्षा शुरू हुई। इस वर्ष बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित विद्यालयों में मानक के अनुरूप परीक्षा कराई जा रही है। बोर्ड के तर्ज पर सिटिंग प्लान बनाए गए थे, इतना ही नहीं नकल रोकने के लिए सचल दस्ते लेकर पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए हैं। कक्षा दो से आठ तक के बच्चों की लिखित व मौखिक दोनों दोनों परीक्षाएं साथ-साथ चल रही हैं। वहीं कक्षा एक के बच्चों की सिर्फ मौखिक सम्मिलित होना है। प्रथम पाली सुबह नौ बजे से सुबह 11 बजे तक लिखित परीक्षा हुई। वहीं दोपहर 12 से से दो बजे तक मौखिक परीक्षा ली गई। परीक्षाएं 21 मार्च तक चलेगी। जनपद के 1367 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब 198566 बच्चे पंजीकृत हैं। इसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय 48364 पंजीकृत विद्यार्थी भी शामिल हैं।
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सभी बच्चों को
मिलेगा रिपोर्ट कार्ड
शुचिता पूर्वक परीक्षा ही नहीं मूल्यांकन की भी व्यवस्था की गई है। इस वर्ष उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन न्याय पंचायत व ब्लाक स्तर पर होगा। परीक्षा परिणाम 30 मार्च को घोषित किया जाएगा। इतना ही नहीं इस वर्ष बच्चों को रिपोर्ट कार्ड भी दिया जाएगा। इसके लिए शासन ने प्रति बच्चे तीन रुपये धनराशि अलग से स्वीकृत की है।