बाराबंकी : प्राथमिक विद्यालय देवखरिया में घटिया निर्माण बना कारण, शिक्षक निलंबित, स्कूल का गेट गिरा, मासूम की मौत
• स्कूल में ही चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ते थे बच्चे
•घायल बच्ची CHC में भर्ती,
•जांच समिति गठित, पिता ने दी तहरीर
विद्यालय इंचार्ज निलंबित
प्राथमिक विद्यालय देवखरिया का गिर पड़ा गेट, जिसकी चपेट में आने से मासूम की मौत हुई। वहीं, खबर पहुंचने पर परिवार में कोहराम मच गया।
गेट के निर्माण में लापरवाही की आशंका है। निर्माण प्रभारी व इंचार्ज टीचर को निलंबित करने के साथ ही एई निर्माण व बीईओ की टीम गठित कर जांच करवाई जा रही है।
बाराबंकी । फतेहपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय देवखरिया में घटिया निर्माण ने एक मासूम की जान ले ली। बुधवार सुबह का गेट गिरने से परिसर में ही चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र के दो मासूम दबकर घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय बच्चे की मौत हो गई, जबकि बच्ची का इलाज चल रहा है। हादसे की जानकारी होते ही गांव में कोहराम मच गया। आननफानन तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बीएसए ने निर्माण का काम देखने वाले शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं देर शाम पिता की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
सुबह करीब सवा नौ बजे प्राथमिक विद्यालय में स्टूडेंट्स प्रार्थना कर रहे थे। इसी दौरान तेज आवाज के साथ विद्यालय का गेट गिर पड़ा साथ ही बच्चे चीखने लगे। शोर सुनकर प्राथमिक विद्यालय के इंचार्ज सत्येंद्र कुमार व अन्य शिक्षक दौड़े। गेट के नीचे आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले रचित (5) व विनीता (4) को दबा देख खलबली मच गई। आननफानन गेट हटाकर खून से लथपथ दोनों बच्चों को सीएचसी ले जाया गया। डॉक्टरों ने विनीता को भर्ती कर लिया लेकिन हालत नाजुक देखते हुए रचित को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इस बीच सूचना मिलने पर दोनों बच्चों के परिवारीजन भी पहुंच गए। उधर, अस्पताल पहुंचने से पहले ही रचित ने दम तोड़ दिया। घटना की खबर से विभाग में खलबली मच गई। खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) मौके पर पहुंच गए और अन्य अधिकारियों को सूचना दी। बीईओ के अनुसार गेट पिछले वर्ष ही लगवाया गया था। प्रथम दृष्टया घटिया निर्माण के चलते हादसा होने की आशंका जताते हुए बीएसए को रिपोर्ट सौंपी गई है। इसके आधार पर विद्यालय के इंचार्ज सत्येंद्र कुमार (निर्माण प्रभारी) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसडीएम सुनील कुमार वर्मा के अनुसार पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पिता की तहरीर पर जांच शुरू कर दी गई है।
गांव में पसरा सन्नाटा
गांव के बाहर गुमटी लगाकर परिवार चलाने वाले धीरज ने बताया कि बच्चे को बड़ी उम्मीद से पढ़ा रहे थे। वहीं भाई की मौत का पता चलने पर सात साल की नंदनी के आंसू भी रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। मां तो बेटे का शव देखकर बेसुध हो गई। हादसे की जानकारी होते ही गांव में सन्नाटा पसर गया। वहीं विद्यालय का गेट गिरने से हुए हादसे को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी भी देखने को मिली। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चंद रुपये के लालच में निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया नतीजन एक बच्चे को जान से हाथ धोना पड़ा। ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
- पीएन सिंह, बीएसए
हादसे के बारे में जानकारी मिली है। जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायक के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
- शारदा यादव,
जिला कार्यक्रम अधिकारी
लेकिन नहीं पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
विद्यालय के एक कमरे में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र में चालीस बच्चे हैं। सुबह सवा नौ बजे हादसा होने तक केंद्र में तैनात कार्यकर्ता और सहायक नहीं पहुंची थी। ऐसे में सभी मासूम बच्चे इधर-उधर खेल रहे थे और देखने वाला कोई नहीं था। विद्यालय के इंचार्ज सत्येंद्र के अनुसार बच्चे गेट पर लटककर झूल रहे थे। ज्यादा बच्चे होने के चलते ही गेट गिर पड़ा। वहीं, हादसे की खबर गांव में फैलने पर सैकड़ों लोग जुट गए, लेकिन सूचना दिए जाने के बावजूद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राजकुमारी या सहायक दोनों में कोई नहीं पहुंचा। खंड शिक्षा अधिकारी ने भी बताया कि उनके पहुंचने तक भी दोनों केंद्र पर नहीं पहुंचे थे। अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है।