कंप्यूटर अनुदेशकों ने मांगी नौकरी, मिलीं लाठियां : समर्थन में शिक्षक विधायक भी बैठ गए धरने पर, आधा दर्जन घायल, पुलिस ने विधान भवन घेरने से रोका, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा के आश्वासन पर नहीं माने
•प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा के आश्वासन पर नहीं माने
•मुख्यमंत्री से वार्ता होने तक धरना जारी रखने का एलान
लखनऊ। पूर्ण शिक्षक का दर्जा और पुन: बहाली की मांग को लेकर बुधवार को विधान भवन घेरने जा रहे कंप्यूटर अनुदेशकों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। इसमें आधा दर्जन अनुदेशक घायल हो गए।
इससे पहले माध्यमिक कंप्यूटर अनुदेशक एसोसिएशन के आह्वान पर प्रदेश भर के सैकड़ों कंप्यूटर अनुदेशक ओसीआर परिसर में सवेरे एकत्र हुए। इसके बाद संगठन के प्रदेश अध्यक्ष साजदा पवार के नेतृत्व में अनुदेशकों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत विधान भवन कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें ओसीआर गेट पर बेरिकेडिंग कर रोक दिया। इससे नाराज अनुदेशकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। करीब एक घंटे के प्रदर्शन के बाद वे उग्र हो गए और बेरिकेटिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और अनुदेशकों में धक्कामुक्की शुरू हो गई। इस पर पुलिस ने अनुदेशकों पर लाठियां बरसा दी। इससे वहां भगदड़ मच गई। इसमें करीब आधा दर्जन अनुदेशक मामूली रूप से घायल हो गए। इसी दौरान प्रदेश अध्यक्ष साजदा पवार समेत कई महिला अनुदेशकों को हिरासत में ले लिया। हालांकि उन्हें बाद में छोड़ दिया गया। रिहा होने के बाद पुन: धरने पर बैठ गए। लाठीचार्ज की सूचना मिलने पर शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह, उमेश द्विवेदी, संजय मिश्रा और अरविंद सिंह चंदेल ओसीआर पहुंचे और घायल अनुदेशकों का हालचाल लिया। बाद में धरने में शामिल हो गए। उन्हें पुलिस लाठीचार्ज की निंदा की। शाम में शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी और चेतनारायण सिंह की अगुवाई में बातचीत के दौरान प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र सिंह ने उनकी समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया, लेकिन अनुदेशक मुख्यमंत्री से वार्ता करने पर अड़े रहे। साथ ही मुख्यमंत्री से वार्ता होने तक धरना जारी रखने का एलान किया।
सीएम ने दी थी समायोजन की सहमति
साजदा पवार ने बताया कि सूबे के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत 2500 कंप्यूटर शिक्षकों की सेवाएं डेढ़ साल पहले समाप्त कर दी गई थी। शेष 1500 कंप्यूटर शिक्षकों की सेवाएं 31 मार्च को समाप्त कर दी जाएंगी। जबकि पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने कंप्यूटर शिक्षकों का पद सृजित कर उन्हें समायोजित करने की सैद्धांतिक सहमति दी थी। इसके बावजूद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
बाद में धक्कामुक्की के बाद अनुदेशकों को पीटती पुलिस।
माध्यमिक कंप्यूटर अनुदेशक एसोसिएशन के आह्वान पर बुध्ावार को विधान भवन घेरने जा रहे कंप्यूटर अनुदेशकों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। इसकी जानकारी के बाद शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह, उमेश द्विवेदी, संजय मिश्रा और अरविंद सिंह चंदेल भी धरने में शामिल हो गए।
लाठी चार्ज की कड़ी निंदा
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामजन्म सिंह और महामंत्री अवनींद्र पांडेय ने लाठीचार्ज की निंदा की है। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शनकारी शिक्षक कोई अपराधी नहीं थे, जो उन पर लाठीचार्ज किया गया।
📌 कंप्यूटर अनुदेशकों ने मांगी नौकरी, मिलीं लाठियां : समर्थन में शिक्षक विधायक भी बैठ गए धरने पर, आधा दर्जन घायल, पुलिस ने विधान भवन घेरने से रोका, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा के आश्वासन पर नहीं माने
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