यूनेस्को क्लब के प्रतिनिधियों का महिला शिक्षा और तरक्की पर जोर : सेमिनार में यूनेस्को के 25 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया
फिरोजाबाद। यूनेस्को चाहता है कि हर देश का विकास हो। वहां की महिलाएं जरूर शिक्षित हों ताकि विकास में पूरा योगदान दे सकें। किसी का रहन सहन बदलने से सोच को नहीं बदला जा सकता। इसलिए यूनेस्को के क्लबों में 75 प्रतिशत शिक्षक हैं जो शिक्षा पर पूरी तरह जोर देते हैं। अफ्रीका की भुखमरी को देखकर कोई भी विचलित हो सकता है लेकिन यूनेस्को कहता है कि ऐसे देशों का विकास कराना जरूरी है। यह विचार कन्फेडरेशन ऑफ यूनेस्को क्लब्स एंड एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीयूसीएआई) के जनरल सेक्रेटरी डा. धीरेंद्र भटनागर ने व्यक्त किए।
राजा का ताल स्थित एडीफाई वल्र्ड स्कूल में गुरुवार को आयोजित तीन दिवसीय नेशनल ट्रेनिंग सेमिनार में यूनेस्को के 25 राज्यों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। एजूकेशन और स्किल डेवलपमेंट पर आयोजित सेमिनार में उन्होंने कहा कि यूनेस्को किसी से फंड नहीं लेती। सारा काम देश में चल रहीं संस्थाएं स्वयं चलाती हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की पहल का स्वागत किया। नौजवानों पर जोर देने को कहा ताकि नौजवान भटकें नहीं।
ऐमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा की प्रोफेसर डा. संध्या सिंह ने महिलाओं से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा कि स्त्री शिक्षा बेहद जरूरी है। जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह यादव ने कहा कि संगठन का उद्देश्य हर वर्ग की भलाई करना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यूनेस्को ने फिरोजाबाद को इस सेमिनार के लिए चुना है, यह भी गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि एजूकेशन के बिना सब कुछ बेकार है। कोई बच्चा बड़ा होकर चोर बनेगा या फिर अच्छे काम करेगा, यह शिक्षा पर निर्भर करता है।
एडिफाई वल्र्ड स्कूल के प्रबंधक मयंक भटनागर ने कहा कि बच्चों पर पढ़ाई को थोपना नहीं चाहिए। हम जो चाहते हैं, उसे अगर बच्चों से कराना चाहते हैं तो इसके लिए खुद को भी शिक्षित होना पड़ेगा। उन्होंने कई उदाहरण देकर बताया कि किस तरह जो कम पढ़े लिखे थे लेकिन दृण निश्चय और संकल्प की बदौलत ऊंचाइयों को छूआ।
अमित बाल भवन के डायरेक्टर और तीन दिवसीय सेमिनार के आर्गनाइजर डा. अमित जैन ने कहा कि मन में जो ठान लें उसे पूरा करके ही दिखाएं। उन्होंने कहा कि यूनेस्को का फिरोजाबाद में जो कार्यक्रम मिला है, वह सबके लिए गौरव की बात है। ये 24 देशों की टीम फिरोजाबाद के चूड़ी बनाने की प्रक्रिया, यहां का रहन सहन, भोगौलिक स्थिति को भी जानने आई है।
एसआर ग्रुप आफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन सुनील जैन ने कहा कि किसी कार्य को करने के लिए एक सोच ही काफी है। उन्होंने कहा कि यूनेस्को के प्रतिनिधि अपने अपने राज्यों के बारे में बता रहे हैं इसमें जो अच्छे तथ्य आ रहे हैं, उनको ग्रहण किया जा रहा है। इस दौरान अरुण जैन पीली कोठी, राजकुमार मित्तल, ललतेश जैन, देवीचरण अग्रवाल, श्याम सुंदर जैन, श्याम किशोर गुप्ता, हेमेंद्र कुमार गुप्ता, अशोक कुमार जैन आदि मौजूद रहे।
सेमिनार में हुआ मंथन
- सेमिनार में यूनेस्को के 25 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया
- एजूकेशन और स्किल डेवलपमेंट पर प्रतिनिधियों ने रखे विचार
-महिलाओं के विकास के प्रति भी सजग हैं यूनेस्को के क्लब
-यूनेस्को के क्लबों में 75 प्रतिशत शिक्षक, शिक्षा पर रहता जोर
-पीएम मोदी की नौजवानों को आगे बढ़ाने की पहल का स्वागत