लखनऊ : राजकीय हाईस्कूल में एलटी शिक्षक भर्ती का मामला, 400 से ज्यादा मिलीं मार्कशीटें फर्जी, फिर भी कार्रवाई नहीं, फर्जी मार्कशीट वालों के बचाव में अफसर, नहीं भेज रहे सत्यापन, फंसी भर्ती प्रक्रिया
डेलीन्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। राजकीय हाईस्कूलों में एलटी शिक्षक भर्ती के लिए फर्जी मार्कशीटें निकलने के यह सिर्फ कुछ उदाहरण हैं। इसके अलावा भी कई दर्जन फर्जी मार्कशीटें अब तक अफसरों ने सत्यापन के दौरान पकड़ीं। लेकिन शुरुआती दौर में काफी जद्दोजहद के बाद सिर्फ 123 अभ्यर्थियों के खिलाफ तहरीर देने के बाद जिम्मेदारों ने मामले से पूरी तरह हाथ खींच लिए। उच्च स्तरीय दबाव कहें या कुछ और, जिसके बाद संयुक्त शिक्षा निदेशक ने फर्जी मार्कशीट लगाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया। नतीजा, मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
दरअसल, राजकीय हाईस्कूलों में लखनऊ मंडल के 741 पदों पर एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में चयन का आधार मेरिट तय किया गया था। लिहाजा मेरिट सूची में आने के लिए बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने स्नातक व बीएड में फर्जी मार्कशीटें लगा दीं। लेकिन सत्यापन के दौरान यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। इनमें सबसे ज्यादा फर्जी मार्कशीटें लखनऊ विश्वविद्यालय की पकड़ी गईं। इसके अलावा दूसरे विश्वविद्यालयों की भी मार्कशीटें पकड़ी जा चुकी हैं। शिक्षा विभाग के मुताबिक अब तक 400 से ज्यादा फर्जी मार्कशीटें पकड़ी जा चुकी हैं। इनमें से 123 अभ्यर्थियों के खिलाफ तत्कालीन संयुक्त शिक्षा निदेशक सुत्ता सिंह ने वजीरगंज थाने में तहरीर दी थी। उनके तबादले केबाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लेकिन फर्जी मार्कशीट मिलने का सिलसिला जारी है।लगभग हर विवि की फर्जी मार्कशीटें पकड़ी गईंएलटी शिक्षक भर्ती में बड़े पैमाने पर फर्जी मार्कशीटें मिलने से विभाग में हड़कंप मच गया था।
इस फर्जी वाड़े में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा), पूर्वांचल विश्वविद्यालय, मानव भारती विश्वविद्यालय, श्रीधर बिलानी विश्वविद्यालय राजस्थान, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी, साकेत स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय आयोध्या फैजाबाद, डॉ.राजेश्वर सेवाश्रम महाविद्यालय प्रतापगढ़ सहित तमाम दूसरे विश्वविद्यालयों की बनी स्नातक व बीएड की मार्कशीटें पकड़ी गई थीं। जिसके बाद लखनऊ विश्वविद्यालय ने खुद इस प्रकरण की जांच एसटीएफ से कराने का अनुरोध भी किया था। जांच शुरू हुई, लेकिन उसके नतीजे क्या रहे, किसी के पास इसकी रिपोर्ट नहीं है।
फर्जी मार्कशीटें लगाने वाले अभ्यर्थियों पर विभाग के अफसर मेहरबान हैं। यही वजह है कि इतने बड़े प्रकरण में उच्च स्तर पर अब तक कोई बड़ी कार्रवाई तक नहीं की गई। बल्कि बीते माह लविवि की ओर से माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजी गई जांच रिपोर्ट की पत्रावली जरूर गायब हो गई थी। इसमें करीब 600 अभ्यर्थियों के सत्यापन का पूरा ब्यौरा शामिल था, लेकिन बाद में इस प्रकरण को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
10 सितंबर : 2015 : राजकीय हाईस्कूलों में एलटी शिक्षक भर्ती में सत्यापन के दौरान 123 अभ्यर्थियों की स्नातक व बीएड की मार्कशीटें फर्जी पकड़ी गईं। तत्कालीन जेडी सुत्ता सिंह ने इन अभ्यर्थियों के खिलाफ वजीरगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
11 सितंबर-2015 : एलटी शिक्षक भर्ती के दौरान 80 और मार्कशीटें फर्जी पाई गईं। इन अभ्यर्थियों ने श्रीधर बिलानी विवि राजस्थान, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विवि आगरा, मानव भारती विवि सहित दूसरे विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीटें शिक्षक भर्ती में लगाई थीं। लेकिन अब तक एफआईआर नहीं दर्ज कराई गई।
27 सितंबर : 2015 : जांच केदौरान लविवि की 228 में 216 और मार्कशीटें फर्जी पाई गईं। अफसरों का दावा था कि एफआईआर दर्ज कराई जाएगी, पर ऐसा हुआ नहीं।
फर्जी मार्कशीटें मिलने के बाद अफसरों ने निर्देश दिए कि बिना सत्यापन के किसी भी अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र नहीं जारी किया जाएगा। इस आदेश के बाद सत्यापन प्रकरण विश्वविद्यालयों को भेजे गए। लेकिन ज्यादातर ने सत्यापन रिपोर्ट नहीं दी भेजी। जिसकी वजह से अर्ह अभ्यर्थी भी नियुक्ति के इंतजार में बैठे हैं। स्थिति यह है कि दो काउंसिलिंग में 15 गुना अभ्यर्थियों को बुलाने के बाद भी करीब 400 पद खाली पड़े हैं।
जो भी सत्यापन आ गए हैं उन पर कमेटी की बैठक कर अगले सप्ताह तक नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएंगे। रही बात फर्जी मार्कशीट लगाने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तो मुझे इस संबंध में कोई पत्रावली नहीं मिली है, कार्यालय द्वारा बताया गया है कि जिस अलमारी में पत्रावली है, उसकी चाभी पूर्व जेडी के पास है। उनसे संपर्क कर अगले सप्ताह कार्रवाई शुरू कराई जाएगी।
-दीप चंद्र, संयुक्त शिक्षा निदेशक
📌 लखनऊ : राजकीय हाईस्कूल में एलटी शिक्षक भर्ती का मामला, 400 से ज्यादा मिलीं मार्कशीटें फर्जी, फिर भी कार्रवाई नहीं, फर्जी मार्कशीट वालों के बचाव में अफसर, नहीं भेज रहे सत्यापन, फंसी भर्ती प्रक्रिया
जवाब देंहटाएं👉 http://www.primarykamaster.net/2016/04/400.html