समस्या का निदान न होने पर लखनऊ में धरना देंगे शिक्षक
कन्नौज, जागरण संवाददाता : सरकार ने 44 हजार शिक्षकों को उनके एच्छिक जनपदों में स्थानांतरण किया था। इसमें विसंगति के कारण शिक्षकों द्वारा पूर्व में की गई नौकरी को शून्य मान लिया गया। इससे शिक्षकों को पदोन्नति नहीं मिल पा रही है।
यह बात अंतरजनपदीय शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष दलवीर ¨सह यादव ने कही। उन्होंने कहा कि स्थानांतरित शिक्षक का सेवाकाल व शिक्षण अनुभव अन्य शिक्षकों की अपेक्षा सात से 10 वर्ष अधिक है। इसके बाद भी अंतर्जनपदीय शिक्षकों को कनिष्ठ शिक्षकों के साथ कार्य करना पड़ रहा है। इसके अलावा स्थानांतरित शिक्षक अधिक वेतन होने के बावजूद कम वेतनमान वाले कनिष्ठ शिक्षकों के अधीन कार्य करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इन विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर पर कई बार धरना-प्रदर्शन कर अफसरों को ज्ञापन सौंपेंगे, लेकिन नतीजा शून्य रहा। उन्होंने कहा कि इस पर प्रांतीय संगठन के आह्वान पर धरना-प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सदर एसडीएम को सौंपा। इसके बाद भी समस्या का निदान न होने पर 26 अप्रैल को लखनऊ में एक दिवसीय धरना कर विभिन्न मांगें रखी जाएगी। इस मौके पर आशीष मिश्रा, रचित वर्मा, आशीष बाबू, देवेन्द्र पाल, राजीव कुमार, पूजा वर्मा, सतेन्द्र यादव, विनय राठौर आदि लोग मौजूद रहे।