जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा) : बार बार मांग के बावजूद भी खंड शिक्षा अधिकारियों ने साक्षरता मिशन परीक्षा का परिणाम नहीं दिया है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में निरक्षरों को साक्षर बनाने की योजना पर पानी फिर गया है। पूर्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इस लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी भी दे चुके हैं।
वर्ष 2015 के अक्टूबर माह में ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता मिशन परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा का उद्धेश्य था कि ग्रामीण क्षेत्रों के ऐसे निरक्षर लोग जो शिक्षा से काफी दूरी बनाए हुए हैं और पढऩा लिखना नहीं जानते हैं। ऐसे निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए सरकार ने जनपद भर में परीक्षा कराई। इस परीक्षा में 2000 लोगों ने सहभागिता की थी। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई कि समय से परीक्षा का परिणाम तैयार कर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा किया जाए जिससे प्रेरकों की नियुक्त क्षेत्र के परिणामों के आधार पर हो सके। इसके लिए बीते दिनों तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीवान ¨सह ने निर्देश दिए थे कि परीक्षा का परिणाम शीघ्र देते हुए रिपोर्ट दें लेकिन फिर भी इस कार्य में लापरवाही बरती जा रही है अभी तक परीक्षा परिणाम नहीं मिल पा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गीता वर्मा का कहना है कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार ग्रहण किया है। वह विस्तृत जानकारी करेंगीं।