रातों रात बीटीसी परीक्षा का सेंटर बदला, छात्र रहे परेशान
बुलंदशहर : शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मनमानी का खामियाजा बीटीसी की परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं को उठाना पड़ा। बीटीसी की परीक्षा की पूर्व संध्या पर परीक्षा केन्द्र ही बदल दिया गया। प्रवेश पत्र में राजकीय बालिका इंटर कालेज अंकित था जबकि परीक्षा राजकीय इंटर कालेज में दिलाई गई। पहले दिन 402 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
शुक्रवार को बीटीसी की परीक्षा हुई। परीक्षा से पहले शिक्षा विभाग ने राजकीय बालिका इंटर कालेज को प्रवेश पत्र में परीक्षा केन्द्र दर्शाया था। सभी परीक्षार्थी राजकीय बालिका इंटर कालेज में ही परीक्षा देने के लिए पहुंच गए। वहां से सभी परीक्षार्थियों को कह दिया गया कि राजकीय बालिका इंटर कालेज आपका परीक्षा केन्द्र नहीं है। राजकीय इंटर कालेज को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। रातों रात परीक्षा केन्द्र बदलने से परीक्षार्थियों में काफी आक्रोश था। परीक्षार्थियों ने बताया कि इस कारण कई की परीक्षा लेट हो गई। उन्होंने कहा कि जब परीक्षा केन्द्र बदलना था तो पहले से सूचना देनी चाहिए थे। इससे परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। शुक्रवार को राजकीय इंटर कालेज में 402 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार ने बताया कि पहले राजकीय बालिका इंटर कालेज को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था, लेकिन वहां की प्रधानाचार्य ऐश्वर्या जायसवाल ने बताया कि उनके विद्यालय में आइटीआइ की परीक्षाओं का सेंटर है। इस कारण से बीटीसी के परीक्षा केन्द्र को अंतिम समय में बदला गया। परीक्षार्थियों का ज्यादा परेशानी नहीं हुई। क्योंकि राजकीय बालिका इंटर कालेज और राजकीय इंटर कालेज में अंतर नहीं है।
तदर्थ शिक्षक होंगे स्थाई
बुलंदशहर: माध्यमिक शिक्षा विभाग में तैनात तदर्थ शिक्षकों को स्थाई किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार ने सभी विद्यालयों को पत्र लिखकर रिपोर्ट मांगी है कि किस विद्यालय में कितने शिक्षक तदर्थ हैं। उनकी सूची बनाकर शासन को भेजी जाएगी। विभाग ने बताया कि लगभग जनपद में तदर्थ 80 शिक्षक हैं। डीआइओएस ने बताया कि आदेश मिल गया है। सूचना मांगी गई है। विद्यालयों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।